India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Pradesh:  हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों लगातार 48 घंटों के बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। फिलहाल बारिश रुकने की वजह से हालातों में काबू पाने की कोशिश की जा रही है। हिमाचल में बारिश के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं के चलते कई लोग अपनी जान गवा चुके है। वहीं सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हेलिकॉप्टर के द्वारा प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।

उन्होंने मीडिया से बात कर बताया, ” मैंने कसोल, खीरगंगा और अन्य प्रभावित जगहों का दौरा किया और हम लोगों से भी मिले। करीब 40 दुकाने और 30 घर बाढ़ में बह गए। हम राहत के तहत अभी एक हलीकॉप्टर को भेज रहे हैं जिसमें 4 जवान को भेजा जा रहा है और जिस हेलीकॉप्टर से मैं आया हूं उसे भी भेजा गया है ताकि वहां कनेक्टिविटी हो सके। प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता दिया जाएगा।”

‘मंडी में जल जमाव की स्थिति को सही किया जा रहा’

वहीं प्रदेश के मंडी में ब्यास नदी के कारण आई बाढ़ के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, “24 घंटों में हम आगे बढ़ पाएंगे। मंडी में कुछ जगह पानी(पीने का पानी) की व्यवस्था दी जा रही है। 1300-1400 बसें रूट से निलंबित हैं। कुल्लू में स्थिति सबसे गंभीर बनी हुई है, कुल्लू में सभी रूट बंद हैं, राज्य सरकार की बसे सुरक्षित जगहों पर खड़ी हैं जिस कारण से बसों को किसी प्रकार की हानि नहीं हुई है। कुल्लू को बहाल करने के लिए काम किया जा रहा है और मंडी में जल जमाव की स्थिति को सही किया जा रहा है। जहां भी लोग फंसे हुए थे उन्हें निकाल लिया गया है। हर तरफ से संपर्क जोड़ा जा रहा है।

कुल्लू में फंसे हजारों पर्यटक

पार्यटकों के बारे में जानकारी देते हुए कुल्लू जिले कि पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने कहा, “आज मनाली को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों को बहाल किया जा रहा है, नेटवर्क बहाल किए जा चुके हैं। मणिकर्ण-कसौल में काफी पर्यटक हैं वहां पर कार्य जारी है। 5000 के आस-पास पर्यटक कसौल की ओर गए हैं लेकिन यह आंकड़ा अभी पुष्ट नहीं है। पर्यटकों को सड़क मार्ग से रेस्क्यू किया जाएगा। मणिकर्ण-कसौल को बहाल करने में लगभग पूरा एक दिन लगेगा।”

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