नई दिल्ली (Hindenburg Report): हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ही देश में अडानी के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा जा रहा है। गौतम अडानी मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी का कहना था कि पीएम नहीं चाहते कि संसद में इस मामले पर चर्चा हो। लेकिन देश को ये पता चलना चाहिए कि अडानी के पीछे कौन सी शक्ति काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं 2-3 साल से अडानी का मुद्दा उठा रहा था लेकिन सरकार इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही थी।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि संसद में अडानी के मुद्दे पर चर्चा हो। सरकार को संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देनी चाहिए। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने देश के विभिन्न राज्यों में एलआईसी और एसबीआई के कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
2-3 साल से मुद्दा उठा रहा हूं- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि मैं काफी समय से सरकार के बारे में बोल रहा हुं। ‘हम दो, हमारे दो’। संसद में अडानी जी पर चर्चा होने को लेकर सरकार डरी हुई है। जबकि सरकार को इस पर चर्चा करानी चाहिए। आप लोगों को पता ही है कि इस पर चर्चा क्यों न हो। राहुल गांधी ने कहा कि मैं 2-3 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं और अब दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। सरकार क्यों इस मामले पर चर्चा नहीं कराना चाहती है।
विपक्ष ने संसद में जताया विरोध
विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा के साथ- साथ राज्यसभा में भी इस मुद्दे को लेकर विरोध दर्ज कराया है। हंगामे के दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप बाहरी उद्देश्यों के लिए यह चुनते हो जो उचित नहीं है। मैं आपसे अपील करता हूं, यह सोचने का समय है कि आम आदमी क्या सोच रहा है। उसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया था।
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