India News (इंडिया न्यूज), Viral Video: तमिलनाडु में हिंदी को लेकर छिड़े विवाद के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक शख्स कहते हुए नजर आ रहे हैं कि, ये एक इशारा है कि कहीं न कहीं हिंदी भाषी साउथ में सुरक्षित नहीं है। बिहार और यूपी वाले महाराष्ट्र या और कहीं सुरक्षित नहीं है। एक ऐसा डर का माहौल हो गया है कि अपने ही देश में लोग डर-डर के जी रहे हैं। दोस्तों हमलोग अभी जहां हैं, शायद इसके बाद हमलोग अपनी यात्रा पूरी यात्रा नहीं कर सकेंगे।
महाराष्ट्र और राजस्थान सरकार से की ये अपील
हमारी हाथ जोड़कर राजस्थान सरकार और महाराष्ट्र सरकार से विनती हैं कि हमें यहां से बचाइए। हमें कोई जनजागृति नहीं करनी, हमें कोई यात्रा नहीं करनी। इस देश में अच्छे के नाम पर कुछ नहीं हो सकता है। हमें यहां से बचाइए। हम जिस जगह हैं हमें किसी तरह की यात्रा नहीं करनी। हमें नहीं चाहिए कोई जनजागृति। हम दोनों के जान को खतरा हैं, हम साउथ में चेन्नई में हैं। हमें यहां से ले जाइये। हम राजस्थान या महाराष्ट्र जाकर अपनी बची हुई जिंदगी निकालेंगे।
क्या है पूरा मामला?
एक व्यक्ति अपने छोटे बेटे के साथ पूरे भारत की यात्रा पर निकला। भारत की खूबसूरती को किताबों से पढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि हमारे देश की सच्ची सुंदरता, इसकी समृद्ध संस्कृति, विविधता और गहरी एकता को दिखाने के लिए दोनों माता-पिता यात्रा पर निकले हैं। लेकिन अब, उनकी यात्रा ने एक अंधकारमय मोड़ ले लिया है। तमिलनाडु में, उन पर “भाषा रक्षक” होने का दावा करने वाले लोगों ने सिर्फ इसलिए हमला किया क्योंकि उन्होंने हिंदी में “भारत माता की जय” लिखा था। उन्हें धमकाया गया और इसे हटाने के लिए मजबूर किया गया।
क्या यह वह भारत है जिसके लिए हमारे पूर्वज हजारों सालों से लड़ रहे हैं? क्या यह वह देश है जिसकी हमारे सैनिक -40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 55 डिग्री सेल्सियस तक की चरम स्थितियों में दिन-रात रक्षा करते हैं? अब, वे अपनी यात्रा के बीच में सुरक्षित निकलने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं। क्या हम एकता के लिए खड़े होंगे या नफरत को हमें विभाजित करने देंगे?