इंडिया न्यूज़ (First budget of india): केंद्रीय वित्त मंत्री न‍िर्मला सीतामरण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2023 पेश करेंगी। यह वित्त मंत्री का पांचवा बजट होगा और मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा। बजट पेश करने का यह सिलसिला 26 नवंबर, 1947 से शुरू हुआ था। इसी दिन आजाद भारत का केंद्रीय बजट पेश किया गया था। इस बजट को तत्कालीन वित्त मंत्री आरके शनमुखम शेट्टी ने पेश किया था। यह आज के बजट से कई मायनों में अलग था। भारत अंग्रेजी हुकूमत की जंजीरों से मुक्‍त हुआ था। बजट के जरिये सरकार को आगे का रोडमैप तैयार करना था।

बजट पेश करते समय शेट्टी ने कहा-

बजट पेश करते हुए तत्‍कालीन वित्‍त मंत्री बोले थे- ‘मैं आजाद भारत का पहला बजट पेश करने के लिए खड़ा हुआ हूं। इसे एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में माना जा सकता है।’ तब उन्‍होंने यह बजट पेश करने के लिए खुद को बहुत खुशकिस्‍मत माना था।
बजट वाले दिन शेट्टी टाई और सफेद शर्ट के साथ काला सूट पहने हुए हाथों में ब्रीफकेश लिए हुए थे। यह बजट कई मायनों में खास था क्योंकि इसी दिन तक पाकिस्तान के रिजर्व बैंक के अस्तित्व में नहीं आने से दोनों देश इस बात के लिए राजी हो गए थे कि सितंबर 1948 तक भारत और पाकिस्तान की करेंसी सिस्टम कॅामन होगा।

कैसे थे भारत के हालात

भारत को आजाद हुए 75 साल हो गए। आजादी के समय भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था सिर्फ 2.7 लाख करोड़ रुपये की थी। जो दुनिया की जीडीपी के 3 फीसदी से भी कम था। अंग्रेज भारत को आजाद करने से पहले यहां की धन-सम्पदा को लूटकर ले जा चुके थे। गरीबी और मुफलिसी चरम पर थी। आजादी के 75 साल बाद देश की जीडीपी करीब 55 गुना बढ़ चुकी है। दुनिया की जीडीपी में 2024 तक इसकी हिस्‍सेदारी 10 फीसदी से ज्‍यादा होने के अनुमान है। आजादी के बाद से देश की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार आया। भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।