India News (इंडिया न्यूज़), पटना: यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अब उनके खिलाफ फिर से केस दर्ज हुआ है। जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस ने न्यायिक हिरासत में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप की हाल ही में एक स्थानीय अदालत में पेशी की थी। उस दौरान मनीष मीडिया से मुखातिब हुए थे। इस मामले ने तुल पकड़ लिया और मीडिया से बात करने की अनुमति देने को लेकर एक सहायक अवर निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। बता दें कि पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने मंगलवार को  मीडिया को जानकारी दी है। रिपोर्ट्स की मानें तो इस संबंध में कश्यप के खिलाफ पटना के पीरबहोर थाने में मामला भी दर्ज हुआ।  इसके साथ ही बेउर जेल अधीक्षक को मामले की सुनवाई के दौरान कश्यप को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश करने की व्यवस्था के लिए पत्र लिखा गया है इसके बारे में भी जानकारी दी है।

मीडिया से की थी बात चीत

खबरों के अनुसार इन पुलिसकर्मियों के निलंबन का निर्णय उन वीडियो की जांच के बाद लिया गया है। उस वीडियो में मनीष कश्यप को 22 सितंबर को अदालत में पेशी के लिए लाया गया था। तब वह  मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए दिखे थें।

मनीष कश्यप के गंभीर आरोप

उस दौरान मनीष कश्यप ने मीडिया के सामने गंभीर आरोप लगाए थे।

मनीष के अनुसार;

  • एक कैदी गाड़ी में 60 से 65 लोगों को भरकर लाया जाता है।
  • हाजत में कैदी गांजा पीते हैं
  • मुंह पर धुआं छोड़ते हैं।
  • उन्हीं लोगों के बीच रखा जाता है।

मनीष ने कहा था कि हम जानते हैं कि इतना बोलने पर हम पर एक बार फिर केस दर्ज होगा, लेकिन हम नहीं डरते हैं, क्योंकि मैं चारा चोर का बेटा नहीं हूं। हम अपनी आवाज को हमेशा बुलंद रखेंगे और अपनी आवाज को जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे।  हम फौजी के बेटा हैं। हम डरने वाले नहीं हैं।

मनीष पर आरोप

जानकारी के अनुसार कश्यप को इस साल मार्च में तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के फर्जी वीडियो बनाने के आरोप में अरेस्ट किया गया था। इस मामले में दक्षिणी राज्य की एक जेल में वह महीनों बंद रहे थे। उसके बाद वह वर्तमान में पटना की बेउर जेल में न्यायिक हिरासत में बंद है।
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