India News (इंडिया न्यूज़) I.N.D.I.A. Alliance: I.N.D.I.A. गठबंधन को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच जहां एक ओर लोकसभा चुनाव में एक साथ लड़ने की बात कही जा रही है तो वहीं उसके पहले कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी लगातार इस तरह की गतिविधियां कर रही है। जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान होता हुआ दिख रहा है। समाजवादी पार्टी ने पहले जहां मध्य प्रदेश में प्रत्याशियों की घोषणा करके अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे तो वहीं इसके बाद समाजवादी पार्टी की ओर से राजस्थान में भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण
समाजवादी पार्टी के इस ऐलान के बाद राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच होने वाले मुख्य मुकाबले में बीएसपी और समाजवादी पार्टी की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने इस बार मध्यप्रदेश के आलावा राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है।विधानसभा चुनाव में राजस्थान में कुल 200 सीटें हैं। जिसमें एक सीट पर समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी है। सपा ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट की गई खबर के मुताबिक, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा से पूर्व विधायक सूरजभान धानका को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले सूरजभान धानका साल 2008 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ सीट निर्वाचित होकर विधानसभा में पहुंचे थे। उन्हें 2013 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी से हार मिली थी।
मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच
उत्तर प्रदेश में घोसी उपचुनाव के बाद से ऐसा देखा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच में तल्खियां बढ़ी हैं। वही आने वाले समय में जहां मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव होने हैं। जिसमें मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना है। ऐसे में समाजवादी पार्टी इन राज्यों में खास दिलचस्पी ले रही है। इसके पीछे समाजवादी पार्टी की ओर से यह तर्क दिया जा रहा है कि पार्टी अपने आप को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं राजनीतिक जानकार इसे दबाव की सियासत के तौर पर भी देख रहे हैं क्योंकि अखिलेश यादव पहले ही उत्तर प्रदेश को लेकर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि समाजवादी पार्टी यहां किसी से सीटें मांग नहीं रही बल्कि सीटें दे रही है।
वहीं अब जब कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्र में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं तो वहां पार्टी अपनी प्रत्याशियों की घोषणा करके यह परखने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस गठबंधन धर्म को कितना निभाती है। इसके आलावा ऐसी जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव 27 सितंबर को मध्य प्रदेश के रीवा में कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। मध्यप्रदेश में सपा पहले ही छह सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। छत्तीसगढ़ में भी सपा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अक्टूबर में वहां भी अखिलेश का दौरा प्रस्तावित है।
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