India News (इंडिया न्यूज़) I.N.D.I.A Alliance Against Hinduism: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन, जो सरकार में मंत्री भी हैं, सनातन धर्म के बारे में नकारात्मक बयानबाजी करते रहे हैं। वह DMK नामक एक राजनीतिक दल का हिस्सा हैं, जो I.N.D.I.A गठबंधन में है। उदयनिधि लोगों के बीच विभाजन और भेदभाव पैदा करने के लिए सनातन धर्म को दोषी मानते हैं और चाहते हैं कि इसे रोका जाए। उदयनिधि की टिप्पणी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और विपक्षी गठबंधन की आलोचना की।
देश को तोड़ने व बटवारा करने वालो को कांग्रेस का समर्थन
सीतारमण ने कहा कि भारत में डीएमके और विपक्षी गठबंधन हिंदुओं और सनातन धर्म की पारंपरिक मान्यताओं के खिलाफ हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि वे उन समूहों का समर्थन करते हैं जो भारत को विभाजित करना चाहते हैं।
वित्त मंत्री ने सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी के अन्य महत्वपूर्ण नेताओं की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तुरंत DMK नेता की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया। DMK नेता ने खुले तौर पर कहा कि वे सिर्फ सनातन धर्म से असहमत नहीं हैं, बल्कि वास्तव में उसे खत्म करना चाहते है जिसके लिए वे विरोध कर रहे हैं।
डीएमके के नीति स्पष्ट, सनातन धर्म के विरुद्ध
एक इंटरव्यू में वित्त मंत्री ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन ने किसी भी टिप्पणियों की निंदा नहीं की। मंत्री ने यह भी कहा कि डीएमके समूह की सनातन धर्म के विरुद्ध एक स्पष्ट नीति है और मंत्री व्यक्तिगत रूप से इसे महसूस करती हैं।
डीएमके नेता ने जानबूझकर दिया ये बयान
निर्मला सीतारणम ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में ऐसी टिप्पणियां कीं जो अच्छी नहीं थीं और उन्होंने हमारे देश के नियमों का मजाक उड़ाया है । उन्होंने ने यह भी कहा कि स्टालिन जानते थे कि उन्हें ये बातें नहीं कहनी चाहिए थीं क्योंकि उनका यह ब्यान सार्वजनिक पद पर उनकी शपथ का उल्लंघन करना होगा।
सीतारमण ने कहा कि भाषा में अंतर के कारण तमिलनाडु के लोगों को ऐसी समस्याएं हुई हैं जिन्हें देश के अन्य लोग नहीं समझ पाते हैं। लेकिन अब, सोशल मीडिया की बदौलत, आप अनुवादक की आवश्यकता के बिना आसानी से जान सकते हैं कि कोई मंत्री क्या कह रहा है। सीतारमण के मुताबिक, यह आश्चर्य की बात नहीं है।
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