Shashi Tharoor ON S Jaishankar: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पश्चिमी देशों को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर की टिप्पणी पर निशाना साधा है। शशि थरूर ने विदेश मंत्री को थोड़ा शांत रहने की सलाह देते हुए कहा, “हर टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं है।”
“मैं विदेश मंत्री से थोड़ा शांत रहने का आग्रह करूंगा”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “हमें किसी की टिप्पणी पर इतना दुबला होने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सरकार के रूप में वहां (पश्चिमी देशों) से आने वाली टिप्पणियों को सामान्य तरह से लें। अगर हम हर टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हैं, तो हम खुद का नुकसान कर रहे हैं। मैं विदेश मंत्री जयशंकर से थोड़ा शांत रहने का आग्रह करूंगा।”
बीते दिन पश्चिमी देशों पर विदेश मंत्री ने साधा था निशाना
बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक दिन पहले ही पश्चिमी देशों पर निशाना साधा था। विदेश मंत्री ने कहा था, “पश्चिम को दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत है। वे सोचते हैं कि यह उन्हें भगवान का दिया किसी तरह का अधिकार है।” बीते दिन रविवार को विदेश मंत्री बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान विदेश मंत्री ने दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में पश्चिम देशों की टिप्पणी करने की आदत की कड़ी आलोचना की है।
पश्चिम को दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत- एस. जयशंकर
उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “मैं आपको सच्चा जवाब दूंगा। हम पश्चिम को भारत पर टिप्पणी क्यों करते देखते हैं। इसके दो कारण हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पश्चिम को दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत है। वे सोचते हैं कि यह उन्हें भगवान का दिया किसी तरह का अधिकार है। उन्हें अनुभव से ही सीखना होगा कि अगर वे ऐसा करते रहेंगे तो दूसरे लोग भी कमेंट करने लगेंगे और ऐसा होने पर उन्हें अच्छा नहीं लगेगा और मैं देख रहा हूं कि ऐसा हो रहा है।”
राहुल गांधी पर साधा था निशाना
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “सच्चाई का दूसरा भाग- हमारे तर्कों में। आप लोगों को आप पर टिप्पणी करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। फिर ज्यादा से ज्यादा लोग टिप्पणी करना चाहते हैं। हमें दुनिया को यह कहते हुए उदार निमंत्रण देना बंद करना होगा कि समस्याएं हैं।”
उन्होंने कहा, “भारत में और अमेरिका और दुनिया में आप कुछ भी नहीं करके क्यों खड़े हैं? तो अगर यहां से कोई जाता है और कहता है कि आप क्यों खड़े हैं और कुछ नहीं कह रहे हैं, तो जाहिर है कि वे टिप्पणी करने जा रहे हैं। समस्या उनकी तरफ से है और समस्या का एक हिस्सा हम हैं और मुझे लगता है कि दोनों को ठीक करने की जरूरत है।”
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