इंडिया न्यूज(India News), IAS Pooja Khedkar: IAS पूजा खेडकर के साथ उनका पूरा खेडकर परिवार चर्चा का विषय बना हुआ है। पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में पूजा खेड़कर की मां हाथ में बंदूक लेकर किसानों को धमकाती हुई नजर आ रही हैं।
वीडियो में क्या है मामला?
वीडियो एक साल पुराना बताया जा रहा है। जिसमें पूजा खेडकर की मां किसानों और पत्रकारों को धमकाती नजर आ रही हैं। वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है कि मनोरमा VVIP नंबर की कार में कई निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचीं।
क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूजा के पिता ने प्रशासनिक सेवा में रहते हुए काफी जमीन खरीदी थी। यह मामला पुणे के मुलशी तहसील में 25 एकड़ जमीन खरीदने से जुड़ा है। जमीन खरीदने के साथ ही खेडकर परिवार ने आसपास की जमीन पर कब्जे की कोशिश की थी, जिसका किसानों ने विरोध किया था। तभी मनोरमा बंदूक लेकर पहुंच गईं। मामला थाने भी पहुंचा, लेकिन ऊपर से दबाव के चलते पुलिस ने केस तक दर्ज नहीं किया।
बेटी के केस में भी दबदबा दिखाया गया। गुरुवार को पूजा के ताजा मामले को लेकर कुछ मीडियाकर्मी पुणे स्थित उनके घर पहुंचे। वहां सरकारी अफसरों की टीम भी मौजूद थी। इस दौरान मनोरमा घर से बाहर निकलीं और मीडियाकर्मियों को धमकाया। उन्होंने कैमरे पर वार करते हुए कहा कि अगर उनकी बेटी ने आत्महत्या की तो वह सभी को जेल में डाल देंगी।
पूजा खेडकर की संपत्ति
खेडकर परिवार के पास करोड़ों की संपत्ति है। रिपोर्ट के मुताबिक खेडकर परिवार के पास करोड़ों की संपत्ति है, जिसमें कृषि भूमि सीलिंग अधिनियम का उल्लंघन कर 110 एकड़ कृषि भूमि, 6 दुकानें (1.6 लाख वर्ग फीट), 7 फ्लैट, जिनमें से एक हीरानंदानी में है, 900 ग्राम सोना, हीरे, 17 लाख रुपये की सोने की घड़ी, 4 कार, 2 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और एक ऑटोमोबाइल फर्म में साझेदारी शामिल है। अकेले पूजा के पास 17 करोड़ रुपए की संपत्ति बताई जाती है।
इस वजह से विवादों में हैं पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर जैसे ही पुणे में असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर तैनात हुईं, अपनी खास मांगों को लेकर विवादों में घिर गईं। आरोप है कि पूजा ने पोस्टिंग लेने से पहले ही बार-बार कार, आवास, स्टाफ और अलग कमरे के लिए दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर ये सुविधाएं नहीं मिलतीं। जिलाधिकारी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की, जिसके बाद उनका तबादला वाशिम कर दिया गया। उनकी विकलांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर भी जांच चल रही है। उन्होंने खुद को नॉन क्रीमीलेयर बताया था। बता दें कि मनोरमा अहमदनगर जिले के भालगांव की निर्वाचित सरपंच भी हैं।