India News (इंडिया न्यूज), VK Pandian: नौकरशाह से बीजद नेता बने वीके पांडियन ने शुक्रवार (10 मई) को कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक विधानसभा चुनाव के बाद लगातार छठी बार ओडिशा के मुख्यमंत्री नहीं बने तो वह राजनीति छोड़ देंगे। नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी पांडियन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को यह घोषणा करने की चुनौती दी कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आने में विफल रही तो भाजपा नेता भी राजनीतिक संन्यास ले लेंगे।
छोड़ दूंगा राजनीति -पांडियन
वीके पांडियन ने झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आप (बीजेपी) कहते हैं कि ओडिशा में बीजेपी की लहर है और बदलाव की लहर है। लेकिन मैं दृढ़ता से कहता हूं कि अगर मुख्यमंत्री (पटनायक) दोबारा सीएम नहीं बने तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। दरअसल नवीन पटनायक 5 मार्च 2000 से ओडिशा की कमान संभाल रहे हैं। इस दौरान पांडियन ने दावा किया कि भाजपा उन्हें पटनायक का गुममस्ता (क्लर्क) या चमचा (आज्ञाकारी सेवक) कहती है।
वीके पांडियन का धर्मेंद्र प्रधान को चुनौती
बीजद नेता ने कहा कि आप (प्रधान) एक केंद्रीय मंत्री हैं। यदि आपमें साहस है, तो घोषणा करें कि अगर भाजपा ओडिशा में सत्ता में नहीं आई तो आप भी राजनीति से संन्यास ले लेंगे। बीजद नेता ने आश्चर्य जताया कि प्रधान ने ओडिशा के लोगों के लिए क्या किया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेता ने 10 साल तक ढेंकनाल से चुनाव लड़ने की कोशिश की और अंत में संबलपुर गए। दरअसल, पीएम मोदी ने 5 मई को कहा था कि 4 जून को ओडिशा में बीजद सरकार की समाप्ति तिथि है और 10 जून को भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा। जिसके बाद पांडियन ने पलटवार किया और दावा किया कि बीजद तीन-चौथाई बहुमत से चुनाव जीतेगी और पटनायक 9 जून को सुबह 11.30 से दोपहर 1.30 बजे के बीच शपथ लेंगे।