India News (इंडिया न्यूज), Iltija Mufti: जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के बयान से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, रविवार (8 दिसंबर, 2024) को इल्तिजा ने हिंदुत्व को बीमारी करार दिया। इल्तिजा यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने जय श्री राम के नारे को भी लिंचिंग से जोड़ दिया। उनके इस बयान के बाद बीजेपी आक्रामक हो गई है। बीजेपी नेताओं ने इल्तिजा के इस बयान की कड़ी आलोचना की। रविवार को मीडिया से बात करते हुए मुफ्ती ने कहा कि हिंदू और हिंदुत्व दो अलग-अलग धर्म हैं। ये एक नहीं हो सकते क्योंकि हिंदुत्व हिंदुओं का राज फैलाना चाहता है, जबकि हिंदू धर्म शांति की बात करता है।
हिंदुत्व वीर सावरकर की देन है
इल्तिजा मुफ्ती इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि, हिंदू और हिंदुत्व में बहुत अंतर है। एक तरफ हिंदुत्व नफरत का दर्शन है, ये नफरत की बात करता है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के विपरीत, इस्लाम की तरह हिंदू धर्म भी धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है। हमें हिंदू धर्म को बचाना है। हमें यह देखना है कि इसे जानबूझकर खराब न किया जाए। इसके अलावा मुफ्ती ने जय श्री राम के नारे पर भी अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि आज जय श्री राम रामराज्य के लिए नहीं लगाया जाता है बल्कि इसे हिंदुत्व और लिंचिंग से जोड़ा जा रहा है। यह बहुत शर्मनाक और दुखद है कि हिंदू धर्म को बदनाम और विकृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं हिंदुत्व को एक बीमारी मानती हूं और उसी तरह इसकी आलोचना करती हूं।
भाजपा नेता रविंदर रैना ने बताया इसे अपमानजनक
इल्तिजा मुफ्ती के बयान के बाद भाजपा भड़क गई है। उनके इस बयान पर भाजपा नेता रविंदर रैना ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती द्वारा की गई टिप्पणी बहुत अपमानजनक है। उन्हें इसके लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडीपी नेता ने हिंदुओं के खिलाफ बहुत अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है। राजनीति में मतभेद हो सकते हैं लेकिन हमें अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह बिल्कुल भी सही नहीं है। इल्तिजा मुफ्ती को इसके लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए।
तब चर्चा में आई थी इल्तिजा मुफ्ती
हम आपको बता दें कि, इल्तिजा मुफ्ती 2019 में तब चर्चा में आई थीं, जब अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद उनकी मां को जेल में डाल दिया गया था। उस समय वह अपनी मां का सोशल मीडिया प्रोफाइल संभालती नजर आई थीं। हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वह पीडीपी का नेतृत्व करती नजर आई थीं। हालांकि, पीडीपी का प्रदर्शन उतना खास नहीं रहा और वह अपनी खुद की सीट बिजबेहरा भी हार गई।