Increased Risk Of Skin Cancer
इंडिया न्यूज़,नई दिल्ली
Increased Risk Of Skin Cancer विश्व की रिसर्च सेंटरों के माद्यम से एक नई रिसर्च की गयी है। जिसमे पता चला आने वाले 20 सालों में सबसे ज्यादा खतरा स्किन की प्रोब्ल्र्म का बढ़ेगा। इसके चलते बहुत से लोगों को सिकन कैंसर की बीमारी घेर लेगी। सूर्य की तेज किरणे सीधे त्वचा को नुकंसान करेंगी और दुनिया के 60 % लोग इसकी चपेट में आ सकते है। स्किन कैंसर की बीमारी में हर 5 में से 1 मरीज मेलेनोमा का होता है।
जामा डर्मेटोलॉजी मैग्जीन में बताया गया
दुनिया के ज्यादातर देशों में 50 साल से पहले ही महिलाओं और बाद में पुरुषों में इस कैंसर के होने का खतरा ज्यादा बड़ सकता है। जामा डर्मेटोलॉजी मैग्जीन में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार पता चला है की अफ्रीकी और एशियाई देशों से भी अधिक ऑस्ट्रेलिया में मरीजों की संख्या 36 गुना बढ़के पायी जाएगी।
सूरज के संपर्क से बचना पड़ेगा (Increased Risk Of Skin Cancer)
कैंसर पर रिसर्च करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के अनुसार, 2020 में मेलेनोमा के 3,25,000 नए मरीज सामने आए हैं ,वहीं 57,000 मरीजों के मौतें हो चुकी हैं। इस बीमारी से बचने के लिए आपको सीधे सूरज के संपर्क से बचना पड़ेगा। सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत जरुरी हो जाएगा। आपको लैंप आदि उपकरणों जिनसे यूवी रे निकलती है उनसे बचना चाहिए।
मेलेनोमा स्किन कैंसर का रूप
मेलेनोमा स्किन कैंसर का एक रूप है। यह बीमारी सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से होती है। इस स्थति में स्किन में काले तिल की तरह दाग होने लगते हैं। धीरे-धीरे इसका आकार बढ़ने लगता है। यह एक प्रकार की आनुवांशिकी बीमारी भी है, जो पीढ़ी दर चलती रहती है। प्राथमिक स्तर पर इसका इलाज संभव है। कोताही बरतने पर यह जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर से संपर्क कर इस बीमारी का इलाज कराएं।
Increased Risk Of Skin Cancer
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