India News (इंडिया न्यूज), Ind-Pak 1971 War: इंडियन नेवी ने विशाकापत्तनम तट पर PNS गाजी के अवशेषों का पता लगाया है। बता दें, PNS गाजी को पाकिस्तान ने 1971 के युद्ध के दौरान भारत के पोत INS विक्रांत को नष्ट करने के लिए भेजा था। उस दौरान इंडियन नेवी के विध्वंसक आईएनएस राजपूत ने इसे मार गिराया था।
DSRV तकनीक से खोजा:
नेवी के अनुसार जब आईएनएस विक्रांत नौसैनिक अभ्यास मिलान में भाग ले रहा था उस दौरान विशाखापत्तनम तट पर डूबे हुए PNS गाजी के अवशेष मिले। गाजी के मलबे का पता डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू व्हीकल (डीएसआरवी) के जरिए लगाया गया। DSRV तकनीक अभी पूरे दूनिया में महज छह देशों के पास है जिसमें इंडिया का भी नाम शामिल है।
इंडियन नेवी के मिलान अभ्यास के दौरान अपनी DSRV तकनीक का प्रदर्शन किया। भारत के पास दो डीएसआरवी हैं- एक पूर्वी तट के लिए और दूसरा पश्चिमी समुद्री तट के लिए, जो क्रमशः विशाखापत्तनम और मुंबई में तैनात हैं। ये लगभग 1,000 मीटर की गहराई तक बचाव अभियान चला सकते हैं।
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1971 के भारत-पाक जंग में….
पाकिस्तानी नौसेना ने नवंबर, 1971 को अपनी पनडुब्बि गाजी को बंगाल की खाड़ी में तैनात आईएनएस विक्रांत का पता लगाने और उसे नष्ट करने के लिए भेजा था। उस दौरान विक्रांत पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा सिर दर्द बना हुआ था। आईएनएस विक्रांत पूर्वी पाकिस्तान जो अब बांग्लादेश है को पश्चिमी पाकिस्तान से जाने वाले सैनिकों और सहायता सामाग्रियों पर पूर्ण रूप से नाकाबंदी कर रखा था।
पाकिस्तान ने तब कमांडर जफर मोहम्मद खान के नेतृत्व में पीएनएस गाजी को 14 नवंबर, 1971 को कराची बंदरगाह से रवाना किया। लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम हुई उस दौरान विध्वंसक आईएनएस राजपूत ने इसे मार गिराया और यह पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका था। इसी के बाद पाकिस्तानी आर्मी ने हथियार ड़ाल दिये।
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