India News(इंडिया न्यूज),India Alliance: पीएम मोदी ने कल यानी रविवार को तीसरी बार शपथ ग्रहण करके रिकॉर्ड बनाया वहीं इस मामले में अब एक नया मोड़ आया है कि तीसरी बार सत्ता में आई नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करके विपक्ष ने साफ संदेश दे दिया है कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जो राजनीतिक जंग तेज हुई है, उसके जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है।

शपथ ग्रहण का बहिष्कार

मिली जानकारी के अनुसार विपक्ष ने सर्वसम्मति से शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने का फैसला किया है, ताकि वह चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों पर अपना विरोध जता सके और उन्हें झूठ और नफरत पर आधारित बता सके।

Nirmala Sitharaman: निर्मला सीतारमण ने बनाया रिकॉर्ड, मोदी कैबिनेट में तीसरी बार शामिल होने वाली एकमात्र महिला -IndiaNews

शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुआ विपक्ष

एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने विपक्षी भारतीय गठबंधन दलों के समारोह में शामिल न होने के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार झूठ, नफरत और सामाजिक विभाजन फैलाने वाले भाषण देते रहे। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों और उनके नेताओं के बारे में अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी कर प्रधानमंत्री पद की गरिमा के विपरीत आचरण किया।

विपक्ष ने लगाया आरोप

उन्होंने कहा कि इसके चलते सभी विपक्षी दलों में आम सहमति बन गई कि जब मोदी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा का ख्याल नहीं रखा है तो वे उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होकर उनके आचरण के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं।

K Ram Mohan Naidu: मोदी 3.0 कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री बने राम मोहन नायडू-Indianews

इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के समारोह में शामिल होने की अनिवार्यता को देखते हुए विपक्षी गठबंधन के सहयोगियों को इस पर कोई आपत्ति नहीं थी। खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं और संवैधानिक प्रोटोकॉल है जिसके चलते उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मजबूर होना पड़ा।