India News (इंडिया न्यूज़), India China Border:  एक तरफ पाकिस्तान तो दूसरी तरफ चीन, भारत अपने दोनों तरफ के दुश्मन पड़ोसियों से हमेशा परेशान रहा है। दोनों देशों को कई बार सबक सिखाने के बावजूद वह अपने काम से बाज नहीं आ रहे हैं। अब नॉर्थ ईस्ट मीडिया के हवाले से चीनी सेना की घुसपैठ की खबर ने सबको चौंका दिया है। क्या भारतीय सेना से मात खा चुकी चीनी सेना (पीएलए) फिर से सीमा पर साजिश रच रही है? हालांकि चीनी सेना की घुसपैठ की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि सिर्फ अनिर्धारित जगहों पर निशान बना देने का मतलब यह नहीं है कि उन इलाकों में अतिक्रमण हुआ है।

चीनी सामान मिलने का दावा

दरअसल, दावा किया जा रहा है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश के कपापु इलाके में भारतीय इलाके में घुसपैठ की है। ईटानगर की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएलए अरुणाचल में भारतीय इलाके में कम से कम 60 किलोमीटर अंदर तक घुस आई है। घुसपैठ की जगह पर अलाव, स्प्रे पेंट की गई चट्टानें और चीनी खाने का सामान मिलने का दावा किया गया है। इसके साथ ही मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पीएलए की यह घुसपैठ करीब एक हफ्ते पहले हुई थी। अरुणाचल प्रदेश की मीडिया की ओर से जारी तस्वीर में एक चट्टान पर स्प्रे पेंट से साल 2024 के साथ कुछ प्रतीक नजर आ रहे हैं।

Sandeep Ghosh का एक और कांड, मेल नर्स के साथ की थी ऐसी हरकत? ‘प्राइवेट पार्ट…’ पूछा ‘कैसा लग रहा’

सरकार ने दावों को किया खारिज

हालांकि पूर्वोत्तर मीडिया के इस दावे को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। अरुणाचल प्रदेश के निवासी रिजिजू ने कहा कि ‘चीन हमारी जमीन नहीं ले सकता। दोनों देशों के सैनिक अक्सर अनिर्धारित क्षेत्रों में गश्त के लिए एक ही स्थान पर पहुंचते हैं। उन्हें कोई स्थायी निर्माण करने की अनुमति नहीं है। हमारी तरफ से सीमा पर कड़ी निगरानी की जा रही है। बिना निर्धारित स्थानों पर सिर्फ निशान बना देने से यह मतलब नहीं है कि उन क्षेत्रों पर अतिक्रमण कर लिया गया हो।’

दोबारा गलती करने पर चीन को भुगतनी होगी सजा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सीमा पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है और यह जारी रहेगा। नया घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है, जब अप्रैल 2020 से लद्दाख में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच गतिरोध जारी है। भारत और चीन के बीच लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) है। चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना क्षेत्र बताता रहा है। भारत इन दावों को ‘बेतुका’ और ‘हास्यास्पद’ बताकर खारिज करता रहा है। चीन की कायरतापूर्ण PLA को दुनिया जानती है। भारतीय सेना से मात खा चुके चीनी सैनिक साजिश रच सकते हैं, लेकिन यह तय है कि अगर चीन साजिश की दिशा में एक भी कदम बढ़ाता है तो PLA के सैनिकों की संख्या कम होने में देर नहीं लगेगी।

Manipur Violence: एक बार फिर सुलगने लगा मणिपुर, ड्रोन और रॉकेट हमलों के बाद तीन जिलों में लगा कर्फ्यू