India News (इंडिया न्यूज), India-China Relation: भारत और चीन ने बुधवार (31 जुलाई) को दिल्ली में भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (WMCC) की 30वीं बैठक आयोजित की। दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शांति और सौहार्द बनाए रखने तथा लंबित मुद्दों के शीघ्र समाधान के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौरंगलाल दास ने किया। वहीं चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक हांग लियांग ने किया।
विदेश मंत्रालय ने बैठक की दी जानकारी
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि अस्ताना और वियनतियाने में हाल ही में हुई बैठकों में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच चर्चा के बाद दोनों पक्षों ने लंबित मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने के उद्देश्य से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। इसमें कहा गया है कि शांति और सौहार्द की बहाली तथा एलएसी के प्रति सम्मान द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए आवश्यक आधार हैं। दोनों पक्षों ने दोनों सरकारों के बीच प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौतों, प्रोटोकॉल और समझ के अनुसार सीमा क्षेत्रों में जमीन परशांति और स्थिरता को संयुक्त रूप से बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने स्थापित राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से गति बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
UP में बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें! अनुप्रिया पटेल ने इस मुद्दे पर दिया विपक्ष का साथ
2020 के बाद से रिश्तों में बढ़ी खटास
बता दें कि चीनी प्रतिनिधिमंडल के नेता ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की। नई दिल्ली और बीजिंग के बीच कूटनीतिक वार्ता का पिछला दौर इस साल मार्च में आयोजित किया गया था। गौरतलब है कि 2020 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान में झड़प हुई थी। उसी वर्ष महामारी शुरू हुई थी। मई 2020 से जब चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर यथास्थिति को आक्रामक रूप से बदलने की कोशिश की। तब से दोनों पक्ष पेट्रोलिंग पॉइंट 15 के पास अग्रिम चौकियों पर तैनात हैं। जो गलवान झड़प के मद्देनजर एक घर्षण बिंदु के रूप में उभरा।
केदारनाथ और टिहरी में फटा बादल, देहरादून में स्कूल-कॉलेज बंद, कई तीर्थयात्री फंसे