India News (इंडिया न्यूज), India-Russia Defence Deal : ऑपरेशन सिंदूर में पूरी दुनिया ने देखा की कैसे भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला पाक और POK में आतंकियों के ठिकानों को तबाह करके लिया। वहीं इसके बाद जब पाक सेना ने भारत के खिलाफ दुस्साहस किया तो उसे भी उसी की भाषा में जवाब दिया गया और एक ही झटके में 11 एयरबेस को टारगेट कर व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया।
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना की भूमिका सबसे अहम थी। वायुसेना के जवानों ने चंद मिनटों में ही पाकिस्तान में तबाही मचा दी थी। खासकर ब्रह्मोस क्रूज सुपरसोनिक मिसाइल ने पाकिस्तान के हौसले पस्त कर दिए थे। अब खबर आ रही है कि भारत अपने हथियार सिस्टम में ब्रह्मोस से भी ज्यादा घातक नई मिसाइल जोड़ने जा रहा है। नई दिल्ली रूस से आर-37एम हाइपरसोनिक एयर-टू-एयर मिसाइल खरीदने पर विचार कर रही है।
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India-Russia Defence Deal : भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, मिलेगा पुतिन का सबसे घातक हथियार…
देश की हवाई ताकत को नई ऊर्जा और ताकत मिली है। वायुसेना को और ज्यादा ताकतवर बनाने के लिए भारत की ओर से बड़ा कदम उठाया जा रहा है। भारत रूस से आर-37एम हाइपरसोनिक मिसाइल खरीदने और फिर भविष्य में देश में इसका निर्माण करने पर विचार कर रहा है। इस मिसाइल को दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइलों में गिना जाता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस द्वारा विकसित R-37M हाइपरसोनिक मिसाइल को NATO ने AA-13 एक्सीड नाम दिया है। इसे बियॉन्ड विजुअल रेंज (BVR) कैटेगरी में दुनिया की सबसे घातक मिसाइल माना जाता है। BVR फीचर की वजह से यह दुश्मनों की रडार की पकड़ में नहीं आती, जिससे यह और खतरनाक हो जाती है।
इसकी रेंज 300 से 400 किलोमीटर है। अगर यह मिसाइल भारतीय बेड़े में शामिल हो जाती है तो इसकी जद में इस्लामाबाद, लाहौर, कराची और रावलपिंडी जैसे पाकिस्तान के बड़े शहर जद में आ जाएंगे। R-37M की रेंज और स्पीड पाकिस्तान के पास मौजूद अमेरिकी AIM-120C AMRAAM और चीन से मिली PL-15 मिसाइलों से कहीं ज्यादा है। इससे भारतीय पायलट पहले हमला कर सुरक्षित दूरी से बचकर निकल सकते हैं।
आर-37एम और ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल में कई रणनीतिक अंतर हैं। ब्रह्मोस के शुरुआती वैरिएंट की रेंज 290 किलोमीटर थी। उसके बाद इसकी रेंज बढ़ाकर 400 से 450 किलोमीटर कर दी गई। ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी गति ध्वनि की गति से 2.8 गुना (मैक 2.8) है, जो इसे और खतरनाक बनाती है।
वहीं आर-37एम एक हाइपरसोनिक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। यह मैक 6 यानी ध्वनि की गति से 6 गुना की गति से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इस तरह आर-37एम एक हाइपरसोनिक मिसाइल है। इस मिसाइल की रेंज 300 से 400 किलोमीटर है। आर-37एम 7400 किलोमीटर की रफ्तार से दुश्मन को तबाह कर सकती है।