Hindi News / Indianews / India Is Not A Dharamshala There Is No Right To Live Here Sc Reprimanded Petitioner

'भारत कोई धर्मशाला नहीं', पड़ोसी देश का क्रिमिनल India के सामने गिड़गिड़ाया…सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा लताड़ा

Supreme Court Latest : भारत में रहने देने की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ी बात कही है। कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि, भारत कोई धर्मशाला नहीं है, जहां किसी को भी रहने दिया जाए।

BY: Shubham Srivastava • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), Supreme Court Latest News : भारत में रहने देने की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ी बात कही है। कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि, भारत कोई धर्मशाला नहीं है, जहां किसी को भी रहने दिया जाए।

असल में श्रीलंका से भारत आए एक पूर्व एलटीटीई (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) सदस्य ने भारत में ही रहने देने की मांग को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की तरफ से उसकी याचिका खारिज कर दी गई है।

‘DMK ऐसे लोगों से नहीं डरती’, CM स्टालिन के करीबी ‘ए राजा’ ने PM मोदी और अमित साह पर साधा निशाना, बड़ा चैलेंज देते हुए लगाए ये आरोप

Supreme Court Latest News : India के सामने गिड़गिड़ाया…सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा लताड़ा

बता दें कि याचिकाकर्ता का नाम सुभास्करण उर्फ जीवन उर्फ राजा उर्फ प्रभा बताया गया है। उसे तमिलनाडु में साल 2015 में गिरफ्तार किया गया था। वहां की पुलिस ने उसे शक के आधार पर पकड़ा था। इसके बाद उस पर मुकदमा चलाया गया, जिसमें ये साबित हुआ कि वो अवैध तरीके से भारत में घुसा श्रीलंकाई तमिल उग्रवादी है।

‘जो होना है, वह होगा’, Pak की जासूस ज्योति के पिता का बड़ा बयान, जो कहा सुन रह जाएंगे दंग!

भारत छोड़कर जाना होगा

दोषी पाए जाने पर सुभास्करण को यूएपीए कानून के तहत 10 साल की सजा सुनाई गई थी। लेकिन इसके बाद 2022 में हाई कोर्ट ने इस सजा को घटाकर 7 साल कर दिया। लेकिन हाई कोर्ट ने कहा कि सजा पूरी होते ही सुभास्करण को भारत छोड़कर श्रीलंका जाना होगा।

जस्टिस दीपंकर दत्ता और के सुभाष चंद्र की बेंच ने इन दलीलों को दरकिनार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता को भारत में बसने का कोई अधिकार नहीं है। देश में कहीं भी रहने या बसने का अधिकार भारत का संविधान भारतीय नागरिकों को देता है, किसी विदेशी को नहीं है।

भारत कोई धर्मशाला नहीं…

पीठ ने इस मामले में आगे कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है जहां किसी को भी रहने की इजाजत दी जा सके। यहां पहले से ही 140 करोड़ की आबादी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी साफ किया कि सजा पूरी होने के तुरंत बाद सुभास्करन को श्रीलंका भेज दिया जाएगा।

पत्नी और बेटा बीमार – याचिकाकर्ता

सुभास्करन का कहना है कि उन्होंने 2009 के श्रीलंका गृहयुद्ध में एलटीटीई की तरफ से हिस्सा लिया था। इंग्लैंड पर जाने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह भारत से शरण मांग रही है। उनकी पत्नी और बेटा भारत में ही रहते हैं और दोनों बीमार हैं।

‘कहां हैं आपकी माफी, घड़ियाली आंसू बहाते हैं…’ SC ने विजय शाह को लगाई लताड़, SIT बनाने का दिया निर्देष

Tags:

refugeesupreme court
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

राम-राम..मेरे लायक कोई ‘आदेश’ तो नहीं…लुधियाना जाते वक्त सीएम सैनी ने बीच रास्ते कई गांवों में काफिला रुकवाकर ग्रामीणों का जाना हालचाल, सुनी समस्याएं
राम-राम..मेरे लायक कोई ‘आदेश’ तो नहीं…लुधियाना जाते वक्त सीएम सैनी ने बीच रास्ते कई गांवों में काफिला रुकवाकर ग्रामीणों का जाना हालचाल, सुनी समस्याएं
पंडित मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत में छात्रावास की रखी आधारशिला, बोले – ट्रिपल इंजन सरकार में हर वादा ‘हकीकत’ बन रहा
पंडित मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत में छात्रावास की रखी आधारशिला, बोले – ट्रिपल इंजन सरकार में हर वादा ‘हकीकत’ बन रहा
अनिल विज का पंजाब की आप पार्टी पर पलटवार- राजनीति भी सीमा के अंदर रहकर करनी चाहिए, हमारे खेत प्यासे हैं, जबकि पूरा पानी बहकर पाकिस्तान जा रहा
अनिल विज का पंजाब की आप पार्टी पर पलटवार- राजनीति भी सीमा के अंदर रहकर करनी चाहिए, हमारे खेत प्यासे हैं, जबकि पूरा पानी बहकर पाकिस्तान जा रहा
सीएम सैनी और केंद्रीय मंत्री ने किया गोरखपुर स्थित हरियाणा अणु विद्युत परियोजना का दौरा, उत्तर भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी परियोजना
सीएम सैनी और केंद्रीय मंत्री ने किया गोरखपुर स्थित हरियाणा अणु विद्युत परियोजना का दौरा, उत्तर भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी परियोजना
‘ना ही इलाज का कोई पैसा देंगे और न ही कहीं नौकरी लगने देंगे’…फैक्टरी मालिक के रवैये से परेशान वर्कर ने लगाया फंदा, फैक्टरी में काम करते वक्त टूट गई थी दोनों टाँगे
‘ना ही इलाज का कोई पैसा देंगे और न ही कहीं नौकरी लगने देंगे’…फैक्टरी मालिक के रवैये से परेशान वर्कर ने लगाया फंदा, फैक्टरी में काम करते वक्त टूट गई थी दोनों टाँगे
Advertisement · Scroll to continue