India News (इंडिया न्यूज), India-Maldives: भारत और मालदीव के बीच राजनयिक विवाद बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन इस घमासान में भारत का लक्षद्वीप दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है। गूगल पर विश्वभर के लोग इसे सर्च कर रहे हैं। आपको जानकर और हैरानी होगी की लोगों ने इसे इतना ज्यादा सर्च किया है पिछले 20 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। यानी पिछले कुछ दिनों में लक्षद्वीप को दुनियाभर से सर्च किया गया है। जो की 20 सालों के बाद पहली बार किसी जगह को इतना ज्यादा सर्च किया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं की इसके पीछे की वजह क्या है और ये विवाद कैसे शुरू हुआ। चलिए हम आपको बताते हैं।
पीएम मोदी का लक्षद्वीप दौरा
दरअसल चार जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप दौरे पर गए थे। जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से यहां घूमने आने की अपील की थी। पीएम मोदी के इस पेस्ट पर कई लोगों ने कहा की मालदीव से बेहतर लक्षद्वीप है। बस इन्ही ट्वीट पर मालदीव के नेताओं ने रीट्वीट करते हुए लिखा लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से नहीं किया जा सकता है। मालदीव की ओर से भारत को लेकर दिए गए बयान ने तुल पकड़ लिया। इसके बाद एक्स पर बॉयकॉट मालदीव का चलन शुरू हो गया। वहां के नेताओं की आपत्तिजनक टिप्पणियों का असर जबरदस्त तरीके से दिखने को मिल रहा है। मालदीव के ख़िलाफ़ ऑनलाइन बहिष्कार अभियान शुरू हो गया है।
ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने मालदीव के लिए सभी फ्लाइट बुकिंग निलंबित कर दी हैं। पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद ही मालदीव के नेताओं ने भारत को लेकर जहरीले बयान दिए थे। इतना ही नहीं बॉलीवुड, खेल जगत के साथ कई दिग्गजों ने मालदीव को करारा जवाद दिया है। भारत भी इसे लेकर बहुत सख्त हो गया है। बढ़ते विवादों के कारण ही विवादित बयान देने वाले तीन नेताओं को निकल दिया है। दुनियाभर में मालदीव की नींद हो रही है और भारत का लक्षद्वीप ट्रेंड के रहा है। लोग लक्षदीव को पर करीब से जानना चाहते हैं। यहां घूमने आना चाहते हैं। इस जगह को टूरिस्ट बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। इससे जुड़ी कई तरह के सवाल अब गूगल किया जा रहा है। जैसे यहां कैसे पहुंच सकते हैं। कितना खर्च आएगा। चलिए कम शब्दों में ये तमाम जानकारी आपको इस आर्टिकल में हम आपको देते है ।
गूगल पर ट्रेंड कर रहा लक्षद्वीप भारत के आठ केंद्रशासित प्रदेशों में से एक है। यह केरल के कोच्चि से 440 किलोमीटर दूर अरबसागर में स्थित है। ये भी जान लीजिए की लक्षद्वीप से मालदीव की दूरी मात्र 700 किलोमीटर है। ये जगह द्वीपों से भरा हुआ है। नीले समंदर टूरिस्ट को अपनी ओर खींचती हैं। लक्षद्वीप 36 द्वीप हैं।
ट्रेंड हुआ लक्षद्वीप
इन दिनो लक्षद्वीप को गूगल पर लक्षद्वीप को दुनियाभर के लोग सर्च कर रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 20 सालों में इस बार पहली बार दुनिया में सबसे ज्यादा बार सर्च किया गया है। वो भी कुछ दिनों में। इसके पीछे की वजह है पीएम मोदी का लक्षद्वीप में बिताए गए महज कुछ घंटे।
नीला आसमान, पन्ना हरा पानी, सफेद रेतीले समुद्र तट और आश्चर्यजनक मूंगा चट्टानों के प्रति टूरिस्ट को लक्षद्वीप की ओर खींचता है। लक्षद्वीप बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक इसके पीछे की वजह है;
लक्षद्वीप के लिए ट्रीप प्लान करना पूरी तरह से उस समय और महीने पर निर्भर करता है जब आप अपनी यात्रा की योजना बना रहे हैं। आप लक्षद्वीप द्वीप समूह में कितने समय तक रहना चाहेंगे? लोग लक्षद्वीप में 5 दिन से लेकर एक सप्ताह तक की यात्रा करना पसंद करते हैं। यहां आपको एक लाख द्वीप मिलेंगे, लेकिन उनमें से कुछ ही तक आप पहुंच सकते हैं। कई ऐसे द्वीप हैं जहां पर पर्यटकों को जाना मना है। जिन द्वीपों पर आप जा सकते हैं वह हैं; अगत्ती, बांगरम द्वीप, मिनिकॉय द्वीप, थिनकर्रा द्वीप, कावारत्ती और कदमत द्वीप।
यहां इंटरनेट एक दूर के सपने जैसा लगता है। इसलिए, लक्षद्वीप की अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले इस बात का ध्यान रखें। लक्षद्वीप द्वीपों की खोज के लिए इन दिनों आपके पास दो विकल्प हैं – क्रूज़ पैकेज या अनुकूलित यात्रा कार्यक्रम के माध्यम से। यदि आप क्रूज़ पैकेज चुनते हैं, तो आप कुछ चुनिंदा स्थानों पर उतरने की संभावना के साथ पूरी यात्रा के लिए क्रूज़ पर रहेंगे। आप अपने क्रूज पैकेज पर कुछ जल गतिविधियों का विकल्प भी चुन सकते हैं।
लक्षद्वीप की अपनी यात्रा बहुत पहले से बुक करना जरूरी होता है। इसके पीछे की वजह है द्वीप में सीमित होटल का होना। इन द्वीपों पर जाने के लिए आपको एक विशेष परमिट की आवश्यकता होती है। साथ ही किसी एजेंसी के माध्यम से ऐसा करना सुविधाजनक होता है।
अगर आपके पास लक्षद्वीप घूमने के लिए केवल 4 दिन हैं तो यहां जाएं-
अगर आपके पास लक्षद्वीप घूमने के लिए केवल 5 दिन हैं तो यहां जाएं-
अगर आप कम पैसे में लक्षद्वीप घूमना चाह रहे हैं तो क्रूज़ पैकेज लेना ज्यादा सही होगा। दिल्ली से कोच्चि की एक तरफ की उड़ान का किराया आपको लगभग 5K – 6K होगा। इसके अलावा, आप द्वीपों में 7 रातों के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 30K-35K खर्च करना पड़ेगा हैं। इसमें आपके परमिट और एनओसी की लागत शामिल होगी। साथ ही, इसमें आपकी नाव को अगत्ती द्वीप से कवरत्ती, कवरत्ती से बंगाराम और बंगाराम से अगत्ती तक स्थानांतरित करना भी शामिल होगा। इसके अलावा, आप गोताखोरी भ्रमण के लिए लगभग 2.5K और अन्य जल गतिविधियों के लिए इतनी ही राशि खर्च करने की उम्मीद कर सकते हैं।
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