India News (इंडिया न्यूज), Indonesia Volcano: इंडोनेशिया के रुआंग ज्वालामुखी में बुधवार (17 अप्रैल) रात को एक बड़ा विस्फोट हुआ। जिसके बाद जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने सुनामी उत्पन्न होने की संभावना की जांच की। एजेंसी ने कहा कि बड़े पैमाने पर विस्फोटों के कारण उत्पन्न दबाव तरंगों के कारण सुनामी आ सकती है। इसमें कहा गया है कि अगर सुनामी आई होती, तो यह रात 11 बजे तक ओकिनावा तक पहुंच सकती थी। खैर एजेंसी संभावित सुनामी की ऊंचाई का अनुमान नहीं दे सकी और समुद्री अवलोकन स्टेशनों के डेटा के आधार पर अपडेट प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं विस्फोट रात करीब 9 बजे हुआ। दरअसल, मंगलवार (16 अप्रैल) देर रात से बुधवार (17 अप्रैल) सुबह तक छोटे-छोटे विस्फोटों के बाद बुधवार को उत्तरी सुलावेसी प्रांत के माउंट रुआंग में विस्फोट हुआ।

ज्वालामुखी की वजह से सुनामी का खतरा

बता दें कि, रुआंग द्वीप पर पिछले विस्फोटों की वजह से दो गांवों में निकासी लागू कर दी गई थी। वहीं बार-बार विस्फोट के बाद उत्तरी सुलावेसी प्रांत में कम से कम 800 लोगों को प्रांतीय राजधानी मानदो से लगभग 100 किमी (62 मील) दूर स्थानांतरित कर दिया गया है। ज्वालामुखी में विस्फोट जो मंगलवार से तीन से अधिक बार हो चुके हैं के परिणामस्वरूप वातावरण में लावा और राख के बादल बाहर निकल गए हैं। जिससे देश की ज्वालामुखी विज्ञान एजेंसी को चेतावनी स्तर को दूसरे उच्चतम स्तर तक बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है। इंडोनेशिया के सेंटर फॉर वोल्केनोलॉजी एंड जियोलॉजिकल हैज़र्ड मिटिगेशन के एक अधिकारी हेरुनिंग्ट्यास देसी पुरनामसारी के मुताबिक, द्वीप पर हाल ही में आए भूकंपों के कारण विस्फोट हुआ। जिससे पहाड़ से 1.8 किमी (1.1 मील) की ऊंचाई तक खतरनाक और विस्फोटक गर्म बादल निकलने लगे।

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अभी और विस्फोट होने की उम्मीद

बता दें कि हेरुनिंग्ट्यास देसी पुरनामसारी ने कहा कि हमें द्वीप को साफ़ करना होगा क्योंकि हमें आशंका है कि और विस्फोट हो सकते हैं। क्रेटर से चार किलोमीटर के भीतर किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं है। वहीं वविदेओ फ़ुटेज से पता चला कि लाल लावा का प्रवाह पहाड़ से उतर रहा है, जो नीचे के पानी में प्रतिबिंबित हो रहा है। इसके साथ ही इसके क्रेटर के ऊपर भूरे राख के बादल भी उभर रहे हैं। लगभग 838 निवासियों की आबादी वाले रुआंग द्वीप के अधिकांश निवासियों को निकटतम द्वीप टैगुलानडांग में ले जाया गया है। दरअसल, इंडोनेशिया पैसिफिक रिंग ऑफ फायर के किनारे स्थित है, जो कई टेक्टोनिक प्लेटों के ऊपर तीव्र भूकंपीय गतिविधि का क्षेत्र है।

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