India News (इंडिया न्यूज), Ratan Tata Died: सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया है।हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, वे 86 साल के थे ।देश के सबसे बड़े कारोबारी ट्रस्‍ट टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा को तबीयत ख़राब होने पर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। बढ़ती उम्र की वजह से उन्‍हें कई तरह की परेशानियां थीं। उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने की मांग काफी लंबे समय से जा रही थी। रतन टाटा के लिए कोई भी इंसान अपने दिल में रत्तीभर भी कोई दुश्मनी नहीं रखता था। टाटा समूह ने रतन टाटा के उनके निधन की पुष्टि कर दी है ।

टाटा समूह ने अपने बयानों में क्या कहा?

टाटा समूह ने रतन टाटा के निधन पर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि, यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। उन्‍होंने न सिर्फ टाटा समूह को बल्कि देश को भी आगे बढ़ाया है। रतन टाटा के निधन की जानकारी सबसे पहले हर्ष गोयनका ने दी थी।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा था कि, रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की मिसाल थे। उन्‍होंने बिजनेस और उससे अलग भी दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह हमारी स्मृतियों में सदैव ऊंचे रहेंगे। 

कांग्रेस ने हरियाणा में 20 सीटों पर EVM हैक होने का लगाया आरोप, 7 के सबूत किए पेश बाकि 48 घंटे में देने का किया दावा, EC ने इस पर कह दी बड़ी बात

इस सम्मान से किया गया था सम्मानित

रतन टाटा का भारत के कारोबारी जगत में काफी अहम योगदान माना जाता है। उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल (शिमला), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड के पूर्व छात्र हैं। हम आपको बताते चलें कि, रतन टाटा का जन्‍म 28 सितंबर 1937 को हुआ था। उन्‍हें एक अरबपति होने के साथ ही एक सहदृय, सरल और नेक व्‍यक्ति के रूप में देखा जाता है। उनसे जुड़े ऐसे कई किस्‍से हैं, जो बताते हैं कि उन्‍होंने बहुत से लोगों की मदद की। साथ ही देश की तरक्‍की में भी रतन टाटा के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। 

‘बहन को बीवी नहीं…, दुनिया के इस देश में लगने वाला है इस पर प्रतिबंध, वजह जान हिल जाएंगे आप