India News (इंडिया न्यूज),International Disaster Day: आज यानी 13 अक्टूबर को पूरी दुनिया प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाती है। इस दिन को जोखिम जागरूकता और आपदा न्यूनीकरण की वैश्विक संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि, यह उन जोखिमों पर लगाम लगाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं जिनका लोग सामना कर रहे हैं। आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस आपदा जोखिम और जीवन, स्वास्थ्य और आजीविका में नुकसान को कम करने की दिशा में हुई प्रगति को स्वीकार करने का अवसर प्रदान करता है।

क्यों मनाते है ये दिन

जानकारी के लिए बता दें कि, हर साल 13 अक्टूबर को आयोजित होने वाला यह दिन इसलिए खास तौर पर मनाया जाता है क्योंकि, दुनिया भर के लोग और समुदाय आपदाओं के प्रति अपने जोखिम को कम कर रहे हैं और उनके सामने आने वाले जोखिमों पर लगाम लगाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं।

जानिए क्या है इसका इतिहास

आईए अब आपको बतातें है कि, इस दिवस की शुरूआत कब हुई। आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस पहली बार साल 1989 में मनाया गया था, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आपदा न्यूनीकरण और जोखिम-जागरूकता की वैश्विक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक दिन का आह्वान किया था। इसके साथ हीं साल 2015 में आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर संयुक्त राष्ट्र के तीसरे विश्व सम्मेलन में, जो सेंडाई में आयोजित किया गया था, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को याद दिलाया गया था कि आपदाएं स्थानीय स्तर पर सबसे अधिक नुकसान पहुंचाती हैं, जीवन की हानि और सामाजिक और आर्थिक उथल-पुथल का कारण बनती हैं।

कुछ अलग नजर आपदा के प्रभाव पर

आपदाएँ हर किसी को प्रभावित करती हैं, लेकिन विकलांग व्यक्तियों पर इसका असंगत प्रभाव पड़ता है, व्यक्तिगत हानि के कारण नहीं, बल्कि सामाजिक बाधाओं के कारण। यही कारण है कि यूएनडीआरआर विकलांगता समावेशन का समर्थन कर रहा है और 2013 में विकलांगता और आपदाओं पर पहला वैश्विक सर्वेक्षण शुरू किया है । अक्टूबर में, एजेंसी अद्यतन सर्वेक्षण के परिणाम जारी करेगी।

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