India News(इंडिया न्यूज), Jagannath Rath Yatra: ओडिशा में और बाकी जगह रहने वालों के श्रद्धालुओं का इंतजार अब समाप्त हो चुका है। पूरे एक साल बाद जगन्नाथ लौट आए हैं और उनकी यात्रा भी प्रारंभ हो चुकी है। आपको बता दें कि इस यात्रा के दौरान लाखों की भीड़ होती है क्योंकि सभी की श्रद्धा उन्हें यहां खींच लाती है। लेकिन इस बार इसे अधिक संख्या में देखा गया और यहां 10 लाख लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई जिसे संभाल पाना मुश्किल हो रहा था। इस भीड़ में 1 श्रद्धालु की मौत हुई और कई घायल हो गए हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
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रथ यात्रा में शामिल 10 लाख से अधिक लोग
पुरी में रथ यात्रा उत्सव में 10 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे। इतनी भीड़ के कारण रविवार (7 जुलाई) को अचानक भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान एक श्रद्धालु की दम घुटने से मौत हो गई, जिसकी पहचान बलांगीर जिले के ललित बागरती के रूप में हुई है। वहीं, 300 से अधिक लोग बेहोश हो गए। हालांकि, पुलिस ने भगदड़ की बात से इनकार किया है।
पुरी जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, हाथरस में भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद शाम करीब साढ़े छह बजे भगवान बलभद्र के रथ के पास उस समय अराजक स्थिति पैदा हो गई, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसे खींच रहे थे और उनमें से कुछ गिरकर घायल हो गए।
1 की मौत, 300 से अधिक घायल
पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा ने कहा कि वह उन परिस्थितियों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनके कारण यह घटना हुई। श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ थी, जो रथ खींचने के लिए बेचैन थे। यह भगदड़ नहीं थी। डॉ. प्रशांत कुमार पटनायक ने कहा कि 300 से अधिक श्रद्धालुओं को अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद लगभग सभी को छुट्टी दे दी गई है।
राष्ट्रपति भी दर्शन के लिए पहुंची
स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग और वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति की निगरानी के लिए पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल पहुंचे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी रविवार को रथ यात्रा में भाग लिया। उन्होंने रथों की पूजा की और देवताओं का आशीर्वाद लिया। उन्होंने देवी सुभद्रा का रथ भी खींचा। ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास, मुख्यमंत्री मोहन माझी और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने भी वार्षिक यात्रा में भाग लिया।