India News (इंडिया न्यूज), Who Is Jagjit Singh : यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने (23-12-2024) पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। ये तीनों आतंकी पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल थे। मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर निवासी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से एके-47 राइफल, ग्लॉक पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने इन्हें पूरनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मारे गए आतंकियों को ISI का सपोर्ट था। इसके अलावा इन तीनों का नाता खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) से था। पुलिस के मुताबिक गुरदासपुर में बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमले की योजना में में जगजीत सिंह भी शामिल था, जो ब्रिटेन में रहता है।

कौन है जगजीत सिंह?

पुलिस जानकारी के मुताबिक जगजीत सिंह ब्रिटिश सेना का हिस्सा है और उसकी तैनाती अफगानिस्तान में भी रह चुकी है। आपको जानकर हैरानी होगी की जगजीत सिंह के परिवार के कई सदस्य भारतीय सेना में रह चुके हैं। उसकी जड़ें पंजाब के तरनतारन जिले में हैं। जगजीत के दादा, पिता और भाई सहित कई रिश्तेदारों ने भारतीय सेना में सेवा की है।

जानकारी के मुताबिक जगजीत सिंह के दादा भारतीय सेना में कार्यरत थे, जबकि उनके पिता सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बताया जाता है कि उनके भाई ने भी भारतीय सेना में सिख रेजिमेंट में सेवा की थी। पुलिस को पता चला है ब्रिटिश सेना में शामिल होने से पहले उन्होंने ईस्ट लंदन विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की।

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ब्रिटिश सेना में कार्यरत!

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि हम स्पष्ट हैं कि जगजीत सिंह एक समय में ब्रिटिश सेना में कार्यरत थे। ब्रिटिश अधिकारियों से यह पता लगाना बाकी है कि वह अभी भी सेवा में हैं या नहीं। आमतौर पर हमें ऐसी पूछताछ पर विदेशी एजेंसियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, क्योंकि वे सरकारी प्रतिष्ठान में काम करने वाले अपने किसी भी नागरिक की संलिप्तता से इनकार करते हैं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह पहली बार है कि ब्रिटिश सेना से जुड़ा कोई व्यक्ति भारत के खिलाफ आतंकवादी मॉड्यूल का नेतृत्व करता पाया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम अपनी एजेंसियों के माध्यम से ब्रिटिश एजेंसियों के साथ इस मामले को उठाएंगे और इसकी आगे जांच करेंगे.

स्टूडेंट वीजा में गया था यूके

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जगजीत सिंह लगभग 10 साल पहले स्टूडेंट वीजा पर यूके गया था और एक सैनिक के रूप में ब्रिटिश सेना में भर्ती होने से पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी की थी। फिर ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह ब्रिटिश सेना में शामिल हो गए। उन्हें जल्द ही अफगानिस्तान में तैनाती पर भेज दिया गया। जगजीत ब्रिटिश आर्मी की फोर्थ बटालियन के द राइफल्स का हिस्सा थे।

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