India News (इंडिया न्यूज),Jammu and Kashmir: भारत में होली का त्योहार की एक अलग ही धूम होती है। ऐसा कहा जाता है कि, इस होली के त्योहार में दोस्त तो दोस्त दुश्मन भी दोस्त बन जाते है। कभी आतंक प्रभावित क्षेत्र माने जाने वाला जम्मू-कश्मीर के बारामूला के यांकरा में भी ये होली यादगार रहा। जहां शांति लौटते ही अब कश्मीरी पंडित मंदिरों में पूजा करते हैं, उत्सव मनाते हैं

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प्रकाश दिवस का नाम

उत्तरी कश्मीर के बारामूला के यांकरा इलाके में, जो कभी आतंक प्रभावित जिला था, कश्मीरी पंडितों ने होली के बगल में प्रकाश दिवस मनाया। उनका मानना है कि सैकड़ों साल पहले मां गंगा का यहां आगमन हुआ था और इसी दिन बाबा क्राल बाबजी का जन्म दिवस भी मनाया जाता है। उनका कहना है कि पिछले कुछ सालों से कश्मीर में माहौल बदला है और आज वे बिना किसी डर के इन मंदिरों में पूजा करते हैं।

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2019 से वे लगातार इस मंदिर में पूजा और हवन कर रहे हैं क्योंकि कश्मीर में शांति का माहौल लौट आया है। गौरतलब है कि 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन के बाद कश्मीर में पंडितों के धर्मस्थल वीरान हो गए थे, लेकिन 2019 के बाद केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई नीति के तहत इन मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

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