India News (इंडिया न्यूज), Kalpana Soren: झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हुए। 13 और 20 नवंबर को मतदान हुआ और आज अर्थात शनिवार (23 नवंबर, 2024) को नतीजे घोषित हो चुके हैं। अब तक के नतीजों के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा को 34, कांग्रेस 16, राजद 4 और कम्यूनिस्ट पार्टी को 2 सीटें मिली हैं। वहीं अगर हम भाजपा की बात करें तो अब तक 21 सीटों में से 19 पर जीत मिल चुकी है और 2 पर बढ़त बनाए हुए है। हेमंत सोरेन के जेल के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन सुर्खियों में आई थी।
कल्पना सोरेन का कहां हुआ जन्म?
कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरहंस जिले की रहने वाली हैं। उनका पैतृक गांव ओडिशा के मयूरगंज जिले के बारीपदा में है। उनका जन्म 1976 में रांची में हुआ था। उनके पिता अम्पा मुर्मो एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं। कल्पना सोरेन ने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, बारीपदा से पूरी की। इसके बाद उन्होंने भुवनेश्वर के एक कॉलेज से बी.टेक की डिग्री हासिल की। उनकी रुचि बिजनेस मैनेजमेंट में थी, इसलिए बी.टेक के बाद उन्होंने इसी विषय में एमबीए किया और मास्टर डिग्री हासिल की।
कब हुई थी हेमंत और कल्पना की शादी?
हेमंत और कल्पना सोरेन की शादी 7 फरवरी 2006 को हुई थी। इस दौरान हेमंत के पिता शिबू सोरेन कोयला मंत्री थे। बीबीसी न्यूज के मुताबिक, वे झारखंड में एक व्यवसायी और समाजसेवी के तौर पर भी जानी जाती हैं। वे रांची में एक प्ले स्कूल की संचालिका रह चुकी हैं और एक निजी कंपनी की निदेशक भी रह चुकी हैं। फरवरी 2006 में हेमंत सोरेन से शादी के बाद से वे रांची में ही रहती हैं।
परिवार में कौन-कौन हैं?
हेमंत और कल्पना सोरेन के दो बेटे निखिल और अंश हैं, जिनका सामाजिक रूप बहुत कम है। वे अपने माता-पिता के साथ मुख्यमंत्री आवास में रहते हैं। पिता के साथ किसी सार्वजनिक समारोह में शामिल होने पर उनकी तस्वीरें कभी-कभी मीडिया में आ जाती हैं। उनके दोनों बेटे भी अलग-अलग खेलों में हाथ आजमा रहे हैं और उन्हें कुछ पुरस्कार भी मिल चुके हैं। वे मीडिया से दूर ही रहते हैं।
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हेमंत के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन ने संभाली पार्टी
जनवरी 2024 में जब ईडी ने जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार किया तो हेमंत को इस्तीफा देना पड़ा और चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने। हेमंत 5 महीने तक जेल में रहे और जब जमानत पर बाहर आए तो पार्टी में बगावत शुरू हो गई। चंपई सोरेन और अन्य नेता झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इस संकट में हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन राजनीति में उतरीं और अपने पति की जिम्मेदारी संभाली। कल्पना सोरेन ने लोकसभा चुनाव में जोरदार प्रचार किया और इंडिया ब्लॉक के नेताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलीं। जून में गांडेय सीट से उपचुनाव लड़ीं और 26 हजार वोटों से जीत हासिल की। विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने सबसे ज्यादा रैलियां कीं और झारखंड के हर हिस्से में प्रचार किया। वे एक बार फिर गांडेय सीट से चुनावी मैदान में हैं।