India News (इंडिया न्यूज), Jharkhand Assembly Election Result: झारखंड चुनाव में वोटों की गिनती जारी है। इसमें इंडिया गठबंधन का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। जेएमएम के नेतृत्व वाली गठबंधन ने 81 विधानसभा सीटों में 50 सीटों पर बढ़त बना ली है। इस वजह से बीजेपी और एनडीए को झटका लगता दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि जेएमएम की अगुआई वाला गठबंधन सत्ता में वापसी कर रहा है। यह भी कहा जा सकता है कि जनता ने राज्य में हेमंत सरकार के काम को स्वीकार किया है और अपना आशीर्वाद दिया है।

इंडिया गठबंधन की जीत के 5 कारण क्या हैं?

पहला कारण

बता दें कि, झारखंड में मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा देकर चंपई सोरेन को सीएम बना दिया था। उनके जेल जाने से लोग नाराज थे और लोग इसे बीजेपी की राजनीतिक चाल के तौर पर देख रहे थे। दरअसल, सोरेन के जेल जाने से बीजेपी को नुकसान हुआ और आदिवासी वोटों के लिए बीजेपी द्वारा की गई चाल सफल होती नहीं दिख रही है।

दूसरा कारण

दरअसल, झारखंड में आदिवासी वोट काफी अहम रहे हैं। झारखंड विधानसभा की कुल 81 सीटों में से 26 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अनुसूचित जाति (एससी) के लिए हैं। इस बार आरक्षित सीटों पर 77 फीसदी वोट पड़े। जो अब तक के चुनाव में वोटिंग का रिकॉर्ड था। जिन 26 आरक्षित सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के पास 21 सीटें थीं। एनडीए के पास सिर्फ पांच सीटें थीं। इस बार जेएमएम ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

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तीसरा कारण

बीजेपी ने राज्य में आदिवासी वोटों को मुस्लिम वोटों से अलग करके उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। जेएमएम ने बीजेपी के इस कार्ड को नाकाम कर दिया। हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण की भाजपा की कोशिश कामयाब नहीं होने दी गई। यह भी कहा जा रहा है कि राज्य में मुस्लिम वोट एकजुट होकर इंडिया गठबंधन के पक्ष में जाएंगे। कुल मिलाकर भाजपा के रुख के कारण मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण हुआ।

चौथा कारण

जेएमएम गठबंधन की जीत के पीछे हेमंत सोरेन की योजनाओं को भी वजह बताया जा रहा है। हेमंत सोरेन सरकार द्वारा शुरू की गई मैया सम्मान योजना को लोगों ने खूब पसंद किया। बता दें कि राज्य सरकार ने तीन महीने पहले 18 से 50 साल की महिलाओं के लिए मैया सम्मान योजना की शुरुआत की थी।इसके तहत राज्य सरकार महिलाओं के खाते में हर महीने हजार रुपये जमा कर रही है। यह सम्मान राशि लेने वाली महिलाओं की संख्या करीब 49 लाख बताई जा रही है। हेमंत सोरेन ने दिसंबर से इस सम्मान राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये करने का भी वादा किया है। हालांकि, बीजेपी ने भी सरकार बनने पर गोगो दीदी योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा किया था।

पांचवां कारण

हेमंत सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने वाली महिलाओं और उनके परिजनों ने सरकार को पूरा समर्थन दिया है। झारखंड की 49 लाख महिलाओं ने राज्य की योजना का लाभ उठाया था। इसका सीधा असर वोटों पर देखने को मिला है। इससे साफ है कि राज्य की महिलाओं ने सरकार का साथ दिया है।

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