India News (इंडिया न्यूज), JP Nadda: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को सोमवार को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया। इस महीने की शुरुआत में नड्डा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।

उन्हें रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का भी प्रभार दिया गया था। नड्डा सदन के नेता के तौर पर पीयूष गोयल की जगह लेंगे। केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि जेपी नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।

उन्होंने 2020 में मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यह पद संभाला था। हालांकि, ऐसा लगता है कि नड्डा भाजपा प्रमुख के पद पर बने रहेंगे। पार्टी के नियमों के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी होता है जब 50 फीसदी राज्यों में संगठन चुनाव पूरे हो जाते हैं।यह चुनाव करीब छह महीने तक चलने की संभावना है।

जेपी नड्डा कौन हैं?

नड्डा का राजनीतिक करियर 1975 में सुर्खियों में आया, जब उन्होंने बिहार आंदोलन के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की, जिसे जेपी आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है। इसके बाद, वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए, पटना विश्वविद्यालय में छात्र केंद्रीय संघ का चुनाव लड़ा और 1977 में सचिव बने।

वे 1977 से 1979 के बीच रांची में छात्र राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल रहे। वे पहली बार 2012 में हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए और 2014 में उन्हें भाजपा के संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया, जब अमित शाह ने पार्टी के प्रमुख की भूमिका संभाली।

इससे पहले, उन्होंने 1993 से 2007 तक तीन बार हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर विधानसभा में विधायक के रूप में भी काम किया।