India News(इंडिया न्यूज),Kainchi Dham: नैनीताल में कैंची धाम के स्थापना दिवस 15 जून को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर हेलीकॉप्टर सेवा की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में श्रद्धालुओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जा सके। वहीं इसके बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार है जब इस तरह की पहल की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था चौकस
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखते हुए पूरे इलाके की निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से भी की जाएगी। इसके अलावा, मंदिर परिसर में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और दिन के लिए रील बनाने पर रोक लगा दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में सोमवार को एक बैठक हुई, जिसमें ये निर्णय लिए गए। वार्षिक उत्सव के दौरान पार्किंग, स्वास्थ्य सुविधाएं, बिजली, जल परिवहन और शटल सेवाओं के बारे में भी चर्चा की गई।
अधिकारियों ने दी जानकारी
इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “कैंची धाम और भवाली के बीच सड़क किनारे हार्न, प्लास्टिक, धूम्रपान, तंबाकू, सोशल मीडिया का इस्तेमाल और संगठनों या व्यक्तियों द्वारा मुफ्त भोजन और पेय पदार्थ वितरित करने पर भी सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है।” उन्होंने कहा कि जो सामाजिक कार्यकर्ता और संगठन मुफ्त भोजन और पेय पदार्थ वितरित करना चाहते हैं, वे पार्किंग क्षेत्रों में ऐसा कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा, “पार्किंग स्थलों में श्रद्धालुओं के लिए भोजन वैन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।
पार्किंग के लिए स्थान तय
भवाली और गरमपानी में पार्किंग के लिए करीब 14 स्थान निर्धारित किए गए हैं। भवाली, भीमताल और हल्द्वानी से आने वाले वाहनों को नैनीबंद बाईपास, भवाली मैदान और रानीखेत रोड पर पार्क किया जाएगा, जबकि नैनीताल, ज्योलीकोट और अन्य क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को मस्जिद तिराहा और सेनेटोरियम बाईपास पर पार्क किया जाएगा।
गरमपानी, रानीखेत और अल्मोड़ा से आने वाले वाहनों को गरमपानी पार्किंग और पनीरम के ढाबे पर भेजा जाएगा। एसएसपी पीएन मीना ने बताया, “पार्किंग क्षेत्रों को दस जोन में बांटा गया है और मंदिर परिसर में 100 मीटर की दूरी पर लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
जानें आसान रास्तें
वहीं हल्द्वानी से अल्मोड़ा रानीखेत या मैदानी इलाकों में जाने वाले वाहनों को रामगढ़-क्वारब के रास्ते भेजा जाएगा, जबकि पिथौरागढ़ जाने वाले वाहनों को खुटानी-पदमपुरी मार्ग से भेजा जाएगा।” उन्होंने बताया, “भवाली और गरमपानी से शटल सेवा के लिए 100 से अधिक बसों और 500 छोटे वाहनों की व्यवस्था की गई है। अगर भवाली पार्किंग अपनी क्षमता तक पहुंच जाती है, तो यह निर्णय लिया गया है कि भीमताल और हल्द्वानी से शटल सेवा संचालित की जाएगी।