India News (इंडिया न्यूज), Kangana Ranaut On Farmers Protest: हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसकी वजह से अब उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। एक तरफ जहां भाजपा ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया है और उन्हें इस तरह का बयान न देने की सलाह दी है। इस बयान को किसान नेता राकेश टिकैत ने बेतुका बताया है। उन्होंने कहा कि अगर कंगना के आरोपों में सच्चाई होती, तो जांच एजेंसियां इसपर कार्रवाई कर रही होती। उन्होंने कंगना को नसीहत देते हुए कहा कि एक सांसद को ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्हें अपने क्षेत्र के किसानों के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। न कि बेतुके बयान देकर अपनी छवि खराब करनी चाहिए।

कंगना ने ऐसा क्या कहा जिसपर मचा बवाल

कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अगर हमारा केंद्रीय नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो पंजाब की हालत भी बांग्लादेश की तरह हो जाती। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने इस इंटरव्यू में ये आरोप भी लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और हत्या जैसी घटनाएं हो रही थीं। इसके बाद विपक्षी पार्टी के नेताओं ने कंगना पर हमला बोलना शुरू कर दिया। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 13 महीने चले किसान आंदोलन में कोई हिंसा नहीं हुई थी। यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण था।

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ट्रैक्टर वाली घटना को लेकर की जांच की मांग

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को देखना चाहिए कि ट्रैक्टर का रुख लाल किले की ओर किसने मोड़ा। अगर हम लाल किले की तरफ जा सकते थे, तो पार्लियामेंट की तरफ भी जा सकते थे। लेकिन हमें हमारे रूट से भटकाया गया। टिकैत ने आगे कहा कि हमने बांग्लादेश वाली स्थिति का जिक्र उसी संदर्भ में ही किया था। और इस मामले की एजेंसी से जांच की मांग की है।

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