India News (इंडिया न्यूज़),Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा मार्ग पर रेस्टोरेंट द्वारा अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस मामले की सोमवार को सुनवाई होनी है। इसी दिन से कांवड़ यात्रा भी शुरू होने वाली है। यूपी की योगी सरकार के इस आदेश की विपक्ष के साथ-साथ भाजपा के सहयोगी दलों ने भी आलोचना की है। जानिए इस मुद्दे से जुड़ी अहम बातें।
1- कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों में उनके मालिकों के नाम प्रदर्शित करने के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। एनजीओ एसोसिएशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स की याचिका पर सुनवाई जस्टिस हृषिकेश रॉय और एसवीएन भट्टी की पीठ करेगी।
2- मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों के नाम लिखने के निर्देश देने के कुछ दिनों बाद ही यूपी की योगी सरकार ने इस विवादास्पद आदेश को पूरे राज्य में लागू कर दिया।
3- इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्र और सरकार में एनडीए के कुछ सदस्यों ने रेस्तरां पर प्रतिबंध की आलोचना की थी और कहा था कि यह मुस्लिम आदिवासियों को निशाना बनाता है। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने रविवार को इस आदेश की आलोचना की और इसे वापस लेने की मांग की।
4- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल रालोद के राज्यसभा सदस्य जयंत चौधरी ने कहा, “ऐसा लगता है कि यह आदेश बिना सोचे समझे लिया गया है और अब सरकार इस पर अड़ी हुई है, क्योंकि यह फैसला लिया जा चुका है। कभी-कभी सरकार में भी ऐसी चीजें हो जाती हैं।”
5- उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को कहा कि उसने सोमवार से शुरू हो रहे सावन माह के मद्देनजर श्रद्धालुओं के लिए कड़ी सुरक्षा और सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की है।
6- दिल्ली पुलिस ने कांवड़ यात्रा के लिए व्यापक इंतजामों के सिलसिले में रविवार को यातायात परामर्श भी जारी किया और चेतावनी दी कि कई स्थानों पर भीड़भाड़ की संभावना है। कांवड़ यात्रा सावन के पहले दिन सोमवार से शुरू होगी और 2 अगस्त को भगवान शिव को गंगा जल चढ़ाने के साथ संपन्न होगी।
7- ट्रैफिक एडवाइजरी में कहा गया है कि बड़ी संख्या में कांवड़िए दिल्ली पहुंचेंगे, जबकि उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं के जरिए हरियाणा और राजस्थान जाएंगे। इस साल कांवड़ियों की संख्या करीब 15-20 लाख होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
8- कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड में भी पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। योग गुरु रामदेव ने कांवड़ मार्ग पर स्थित होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों के बाहर मालिक का नाम, मोबाइल नंबर और पता लिखने के आदेश को सही ठहराते हुए रविवार को कहा कि किसी को भी अपना परिचय देने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।