India News (इंडिया न्यूज), Kargil War Truth: भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1999 में कारगिल का जंग लड़ा गया था। जो 2 महीने 3 सप्ताह और 2 दिन चला था। जिसकी शुरुआत 3 मई 1999 को हुई थी, साथ ही भारत ने यह जंग 26 जुलाई 1999 को जीत लिया था। वहीं इस जंग को भारत में ऑपरेशन विजय दिया गया था। परंतु पहली बार पाकिस्तानी सेना ने सार्वजनिक रूप से भारत के खिलाफ कारगिल युद्ध में अपनी संलिप्तता कबूल की है।
पाक सेना प्रमुख ने क्या बोला?
दरअसल, देश के रक्षा दिवस के अवसर पर रावलपिंडी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा कि 1965, 1971 और 1999 में कारगिल में युद्ध लड़ते हुए कई सैनिकों ने अपनी जान कुर्बान की थी। उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि चाहे 1948 हो, 1965 हो, 1971 हो या 1999 का कारगिल युद्ध हो, हजारों सैनिकों ने पाकिस्तान और इस्लाम के लिए अपनी जान कुर्बान की है।
भारत को मिली थी कारगिल युद्ध में सफलता
बता दें कि, पाकिस्तानी सेना ने कभी भी सार्वजनिक रूप से कारगिल युद्ध में अपनी प्रत्यक्ष भूमिका को स्वीकार नहीं किया है। साथ ही आधिकारिक तौर पर दावा किया है कि यह मुजाहिदीन या स्वतंत्रता सेनानियों का काम था। साल 1999 के युद्ध में पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसमें भारतीय सैनिकों ने लद्दाख में लगभग तीन महीने तक चली लड़ाई के बाद टाइगर हिल सहित कारगिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से पर घुसपैठियों द्वारा कब्जा किए गए ठिकानों को सफलतापूर्वक पुनः प्राप्त कर लिया था। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कारगिल सेक्टर से सेना के जवानों को वापस बुलाने का आदेश देने को कहा था।
चीन से भी ज्यादा ताकतवर हैं ये 2 देश, इस देश का एक भी सैनिक अभी तक नहीं हुआ शहीद
पाकिस्तान ने नहीं लिया था अपने सैनिकों क शव
इस दिन को युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के उपलक्ष्य में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कुल 545 सैनिकों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। भारत ने हमेशा कहा है कि यह ऑपरेशन कश्मीर पर अपना दावा जताने के लिए पाकिस्तान की एक रणनीति थी। वहीं पाकिस्तानी सेना ने कारगिल में मारे गए सैनिकों के शवों को लेने से इनकार कर दिया था। अधिकारियों ने युद्ध में मारे गए पाकिस्तानी अधिकारियों के शवों को गुप्त रूप से मांगा था। रक्षा सूत्र के मुताबिक, पाकिस्तान के 2700 से 4000 जवान उस जंग में मारे गए थे। कारगिल युद्ध के बाद उसकी पूरी दुनिया में किरकिरी हुई थी।
महिला नागा साधु बनने के लिए करने पड़ते हैं ये 5 काम, जानें कैसे मर कर होती हैं जिंदा?