संबंधित खबरें
उद्धव ठाकरे के कितने भाई थे, आखिर क्यों नहीं होती किसी और की चर्चा? वजह जान हिल जाएंगे आप
NOTA को बिग बॉस के Ajaz Khan से ज्यादा मिले वोट, 5.6 मिलियन फॉलोअर्स होने के बावजूद महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार
उद्धव ठाकरे ने मौलानाओं के सामने मांगी माफी? सच्चाई जान हिल जाएंगे आप, शिवसेना UBT प्रमुख को हिंदू विरोधी बताकर मिली महायुति को जीत!
नहीं काम आया मौलवी का आशीर्वाद? चुनाव में Swara Bhasker के पति का हुआ ऐसा हाल, रोने लगीं एक्ट्रेस
'मेरा बेटा ही बनेगा सीएम', क्या मां के आगे झुकेगी महायुति के सारे धुरंधर? जिस कुर्सी के लिए जान दे रहे थे वही चली गई
Jharkhand Assembly Election Result: हेमंत सोरेन की आंधी में उड़ी BJP, जानिए प्रदेश में इंडिया अलायंस की जीत के वो 5 महत्वपूर्ण कारण
India News (इंडिया न्यूज़), RBI: लोकसभा चुनाव से पहले SBI द्वारा जारी किए गए चुनावी बांड डेटा ने देश में काफी बवाल मचाया। विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकार पर पार्टी को मिल रहे चंदा और उन्हें छुपाने की नाकाम कोशिश के गंभीर आरोप लगाए गएं। जिसके बाद आज (शुक्रवार) यह मामला RBI में तक पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास से भी इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सवाल पूछे गए।
इलेक्टोरल बॉन्ड पर सवाल पूछे जाने पर गर्वनर ने इसपर कोई भी टिप्पणी देने से इनकार दिया। उन्होंने यह बात कहते हुए जबाव दिया कि यह मामला अदालत का फैसला है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि चुनावी बांड पर, हमारी कोई टिप्पणी नहीं है। यह सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय है। जिसका अनुपालन किया जाना है और यह निर्णय के अनुरूप है। भारतीय स्टेट बैंक ने आवश्यक कार्रवाई की है। यह मुद्दा कि किसने अपनी कुल संपत्ति से अधिक योगदान दिया है। आरबीआई के क्षेत्र में नहीं है।”
RBI: CDM में UPI से जमा कर पाएंगे पैसे, जानें क्या होगा नया रूल
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में 15 फरवरी को पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने सर्वसम्मति से इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को “असंवैधानिक” करार दिया था। जिसके बाद SBI को फंडिग के विवरण का खुलासा करने के लिए कहा गया था। जिसके बाद बैंक द्वारा डेटा सार्वजनिक किया गया। जारी किए डेटा के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी चुनावी बांड योजना की सबसे बड़ी लाभार्थी है। BJP को पिछले पांच वर्षों में राजनीतिक दान के रूप में 6,061 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 1,610 करोड़ मिले। उसके बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 1,422 करोड़ मिले।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.