India News (इंडिया न्यूज), kolkata Doctor Death Case: कोलकाता के आरजी कर डॉक्टर डेथ मामले ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सुनवाई की। इस मुद्दे पर विचार करते हुए, कोर्ट ने एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा की गई हड़ताल को समाप्त करने की अपील की और विभिन्न निर्देश जारी किए।
मामले की पृष्ठभूमि
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक मरीज की मौत के बाद डॉक्टर्स ने सुरक्षा की कमी को लेकर हड़ताल शुरू कर दी थी। डॉक्टर्स का आरोप था कि उन्हें अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा का पर्याप्त प्रबंध नहीं था और इस स्थिति के चलते उनके कामकाजी माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था।
‘मोदी जी का कॉन्फिडेंस खत्म कर दिया’, Rahul Gandhi ने श्रीनगर में कही कौन सी बड़ी-बड़ी बातें?
सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान डॉक्टर्स को हड़ताल समाप्त करने की अपील की। कोर्ट ने कहा कि वह डॉक्टरों की हर शिकायत सुनने के लिए तैयार है, लेकिन हड़ताल का चलना किसी भी पक्ष के लिए लाभकारी नहीं होगा। इसके साथ ही, कोर्ट ने केंद्र सरकार को भी निर्देश दिए कि सुरक्षा के मुद्दे को हल किया जाए।
केंद्र और राज्य सरकार को निर्देश
कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव को राज्य के मुख्य सचिवों और डीजीपी के साथ बैठक करके सुरक्षा के मुद्दे को सुलझाना चाहिए। कोर्ट ने एक सप्ताह के भीतर सुरक्षा प्रबंधों पर रिपोर्ट पेश करने की भी बात की। इसके साथ ही, राज्य सरकारों को दो सप्ताह के भीतर आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया।
‘डॉक्टर्स पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं’, ऐसा क्या हुआ जो चीफ जस्टिस को देनी पड़ी गारंटी
सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद, एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी। इसके साथ ही, वे कोर्ट द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं और निर्देशों के अनुसार सुरक्षा के मुद्दों को सुलझाने का इंतजार कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय और उसके द्वारा जारी किए गए निर्देश सुरक्षा प्रबंधों को सुधारने और स्वास्थ्यकर्मियों के कामकाजी माहौल को सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं। इसने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कानूनी व्यवस्था स्वास्थ्य सेवाओं की सुचारू और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए गंभीर है।