India News (इंडिया न्यूज), Kolkata Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर से रेप और हत्या के खिलाफ मंगलवार (20 अगस्त) को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। कोलकाता दुष्कर्म-हत्या मामले में न्याय की मांग कर रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर ममता पुलिस ने लाठीचार्ज किया। रिपब्लिक की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प हुई है। घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार को 12वें दिन भी जारी रहने से पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसने स्वत: संज्ञान लिया है क्योंकि यह मामला देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा से जुड़ा एक व्यवस्थागत मुद्दा उठाता है। अदालत ने कहा कि वह मीडिया में मृतका के नाम के प्रकाशन को लेकर काफी चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि अगर महिलाएं काम पर नहीं जा पा रही हैं और काम करने की स्थितियां सुरक्षित नहीं हैं तो हम उन्हें समानता से वंचित कर रहे हैं। दरअसल, अधिकांश युवा डॉक्टर 36 घंटे काम करते हैं। हमें सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियां सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय प्रोटोकॉल बनाने की जरूरत है। ऐसा लगता है कि अपराध का पता सुबह-सुबह ही चल गया था, लेकिन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इसे आत्महत्या का मामला बताने की कोशिश की। साथ ही अदालत ने कोलकाता पुलिस को फटकार लगाई गई और पूछा गया कि हजारों लोगों की भीड़ आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कैसे घुस गई।

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पश्चिम बंगाल सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार

बता दें कि, जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल के आचरण की जांच चल रही है, तो उन्हें तुरंत दूसरे कॉलेज में कैसे नियुक्त कर दिया गया। कोर्ट ने बलात्कार-हत्या मामले में एफआईआर दर्ज करने में देरी के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई और पूछा कि अस्पताल के अधिकारी क्या कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग नहीं करना चाहिए। डॉक्टरों की सुरक्षा, सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए 10 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया गया। पश्चिम बंगाल सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आरजी कर अस्पताल पर हमला करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

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