इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
LAC Indian Army Plan भारतीय सेना चीन की हर चाल का उसे मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर रही है। पूर्वी लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भीषण ठंड में सेना डटी रहेगी। इसके लिए आॅल वेदर सोलर टेंट तैनात करने का फैसला किया है।
केंद्र सरकार ने 17000 फीट की ऊंचाई और माइनस 40 डिग्री वाले स्थान पर जवानों के लिए आॅल वेदर और हाई अल्टीट्यूड वाले Solar Power Tent को मंजूरी दे दी है। इस टेंट की खास बात यह होगी कि ये सोलर टेंट शून्य से माइनस 35 डिग्री से माइनस 40 डिग्री से अधिक तापमान के बीच भी काम कर सकते हैं।
LAC Indian Army Plan ITBP ने दिया था सुझाव
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने यह सुझाव दिया था, जो पिछले चार वर्ष से विचाराधीन थे। मगर पिछले साल पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन गतिरोध के बाद इस सुझाव पर अमल करना तेज कर दिया गया था। इस मामले से परिचित अधिकारियों ने कहा कि आईटीबीपी कुछ ठिकानों पर अभी सोलर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है, मगर सौर ऊर्जा से चलने वाले टेंट उन्हें बहुत अधिक ऊंचाई पर उप-शून्य तापमान बनाए रखने में मदद करेंगे।
LAC Indian Army Plan लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक एलएसी पर करीब 180 सीमा चौकियां
लद्दाख में काराकोरम दर्रे से लेकर अरुणाचल प्रदेश के जचेप ला तक भारत-चीन सीमा पर लगभग 180 सीमा चौकियां हैं। हिमालयी सीमा पर लंबी दूरी की गश्त के दौरान राशन, रसद और आईटीबीपी कर्मियों के ठहरने के लिए एक जगह उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त 47 सीमा चौकियों और 12 शिविरों का निर्माण किया जा रहा है।
LAC Indian Army Plan शुरू में करीब 50 आल वेदर टेंट प्रदान करने का प्लान
एक सीनियर अधिकारी ने कहा, शुरू में हम लगभग 50 आॅल वेदर टेंट प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। टेक्नोलॉजी का उपयोग करके इन टेंट्स के अंदर तापमान 21 डिग्री सेल्सियस पर बनाए रखा जाएगा। इतना ही नहीं, यह आॅल वेदर टेंट 150 किमी से अधिक की हवा की गति का सामना करने में भी सक्षम होगा।
LAC Indian Army Plan विशेषज्ञों के मुताबिक जानिए टेंटों का रंग कैसा होना चाहिए
एक्सपर्ट्स द्वारा अप्रूव्ड हाई अल्टीट्यूड वाले सोलर टेंटों के लिए आवश्यक है कि उनका रंग ऐसा होना चाहिए कि यह परिवेश के साथ छलावरण कर सके। साथ ही यह भी जरूरी है कि इन टेंटों के निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्री अग्निरोधक हो। बता दें कि पहले अत्यधिक ठंड में जवान नीचे की ओर उतर जाते थे, जिसकी वजह से चीन भारत के कई इलाकों पर कब्जा कर लेता था, मगर अब भारत ने भी चीन को हर मौसम में माकुल जवाब देने को तैयारी कर ली है।