India News (इंडिया न्यूज), Lalu Yadav Rabri Devi Marriage Story: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी की 1973 में शादी हुई थी। इस दौरान लालू को दहेज में क्या-क्या मिला था। इसके बारे में लालू यादव के ससुर ने खुद इसका खुलासा किया था। दरअसल इस राज से पर्दा हटाने का काम लालू यादव के ससुर शिव प्रसाद चौधरी ने 2002 में जी टीवी के टॉक शो ‘जीने इसी का नाम है’ में खोला था। इस कार्यक्रम को फिल्म अभिनेता फारूक शेख होस्ट करते थे, जिसके छठे एपिसोड में लालू और राबड़ी का परिवार शामिल हुआ था। इस दौरान फारूक ने राबड़ी देवी के माता-पिता से उनकी बेटी की शादी को लेकर कुछ सवाल पूछे थे।
लालू यादव के ससुर ने किया था खुलासा
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, लालू यादव के ससुर शिव प्रसाद चौधरी ने एक कार्यक्रम में बताया था कि उन्हें पहली नजर में ही लड़का पसंद आ गया था। लोगों ने उनसे कहा कि लालू यादव का मिट्टी का घर है और उनके पास जमीन भी कम है। लेकिन हमने कहा कि शादी जमीन से नहीं, लड़के से होती है। उन्होंने बताया था कि लालू के पास जमीन कम थी, इसलिए उन्होंने 5 बीघा जमीन दी थी। चौधरी ने बताया था कि शादी के दौरान उन्होंने तिलक, शादी और विदाई में 10 भर सोना, 20 हजार रुपये और दो जर्सी गाय दी थी।
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जब राबड़ी देवी पटना पहुंचीं तो लालू यादव जेल में थे
महंगाई के हिसाब से उस वक्त के 20 हजार रुपये आज करीब 8 लाख रुपये हो जाते हैं। आपको बता दें कि उन दिनों गांवों में शादी के तुरंत बाद दुल्हन को विदा नहीं किया जाता था, इसलिए राबड़ी देवी शादी के एक साल बाद ही लालू यादव के घर पटना आ गईं। तब तक दोनों ने एक-दूसरे को न तो देखा था और न ही बात की थी। 1974 में जब राबड़ी देवी पटना पहुंचीं तो जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन के चलते लालू यादव गिरफ्तार थे। जेपी आंदोलन के दौरान लालू की गिरफ्तारी पर ससुर चौधरी ने कहा था कि वे जेल में लालू यादव को फल, दही और पैसे भेजा करते थे।