India news (इंडिया न्यूज़),Lalu Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जाती आधारित गणना का विरोध करने वाले पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से कुछ लोगों द्वारा जाति आधारित गणना का विरोध हो रहा ठीक इसी तरह का विरोध मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू किए जाने के समय हुआ था। लालू प्रसाद यादव ने कहा देश में पिछड़े तथा अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों के साथ हमेशा अत्याचार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जातियों का डर दिख रहा है।
देश में जाति आधारित गणना काफी महत्वपूर्ण
इसी वजह से केंद्र सरकार जाति आधारित गणना में दिलचस्पी नहीं ले रही है। दरअसल पटना में स्थित चैंबर आफ कामर्स में एक समारोह के दौरान राजद अध्यक्ष ने ये सभी बातें कही। लालू यादव ने कहा कि जब हम जाती की बात करते है तो जाति आधारित व्यवस्था के सभी दृष्टिकोण पर बात होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा देश में जाति आधारित गणना कराना काफी महत्वपूर्ण है। बिहार के विकास के लिए यह निर्णय सराहनीय है।
समाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता को लेकर संघर्ष जारी रहेगा
लालू प्रसाद ने कहा कि जाती आधारित गणना के माध्यम से समाजिक और आर्थिक आकलन होगा। सभी वर्ग के विकास के लिए यह होगा। लालू यादन ने कहा समाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। बता दें कि बिहार मे राष्ट्रीय जनता दल और नीतीश कुमार काफी दिनों से जाति गणना के लिए तैयार थे। पटना हाई कोर्ट के रोक लगाने के बाद भी बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से आदेश लेकर जाति आधारित गणना करा रही है। बिहार सरकार का मानना है कि जातीय जनगणना होने से राज्य में रहने वाले पिछड़े वर्ग के लोगों की सही संख्या पता चल जाएगी। इससे उन्हें आगे बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं बनाने में आसानी होगी।अगर सही जातीय जनसंख्या का पता होगा तो राज्य में उनके मुताबिक प्रभावी योजनाएं बनाई जाएंगी।
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