India News (इंडिया न्यूज़), JNUSU Elections 2024: एक तरफ जहां देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ भारत की दूसरे सबसे प्रतिष्ठित संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में चार वर्षों के अंतराल पर हुए छात्र संघ चुनाव का नतीजा रविवार (24 मार्च) देर रात जारी किया गया। जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के ऊपर पूरा देश टकटकी लगाए बैठा था। जेएनयू के चुनाव आयोग के मुताबिक लेफ्ट गठबंधन ने अध्यक्ष समेत सभी चार पदों पर जीत हासिल की। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् को सभी पदों पर हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि, अध्यक्ष पद पर धनंजय, उपाध्यक्ष पद पर अविजित घोष, जनरल सेक्रेटरी पद पर प्रियांशी आर्य और जॉइंट सेक्रेटरी पद पर मोहम्मद साजिद ने जीत दर्ज की।

अभाविप के हाथ फिर लगी निराशा

बता दें कि इस बार जेएनयू के छात्र संघ चुनाव में कुल 5656 वोट पड़े थे। अध्यक्ष पद पर लेफ्ट समर्थित उम्मीदवार धंनजय को 2598 वोट पड़ा, वहीं अभाविप प्रत्यशी उमेश चंद्र अजमीरा को 1676 वोट मिला। जहां जीत का अंतर 922 वोट। उपाध्य्क्ष पद पर लेफ्ट समर्थित उम्मीदवार अविजित घोष को 2409 वोट पड़ा, वहीं अभाविप प्रत्यशी दीपिका शर्मा को 1482 वोट मिला। जहां जीत का अंतर 927 वोट। जनरल सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट समर्थित बपसा उम्मीदवार प्रियांशी आर्य को 2887 वोट पड़ा, वहीं अभाविप प्रत्यशी अर्जुन आनंद को 1961 वोट मिला। जहां जीत का अंतर 926 वोट। जनरल सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट समर्थित उम्मीदवार मोहम्मद साजिद को 2574 वोट पड़ा, वहीं अभाविप प्रत्यशी गोविंद डांगी को 2066 वोट मिला। जहां जीत का अंतर 508 वोट।

Lok Sabha Election: बीजेपी की 5वीं लिस्ट जारी, इन दिग्गजों को मिला मौका

जेएनयू अध्यक्ष ने क्या कहा?

इस छात्रसंघ चुनाव में AISA, SFI, DSF, AISF, ABVP, BAPSA, NSUI, समाजवादी छात्रसभा के अलावा कई अन्य संगठन चुनाव मैदान में ताल थोक रहे थे। जेएनयू छात्रसंघ चुनाव जीतने के बाद अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि यह छात्रों की जीत है। छात्रों ने सरकार द्वारा धोखाधड़ी और फंड में कटौती के खिलाफ वामपंथियों को चुना है। वहीं उपाध्यक्ष अविजित घोष ने कहा कि जेएनयूएसयू का चुनाव हमेशा से ऐतिहासिक रहा हैं। जो चार साल बाद हो रहा है। जेएनयूएसयू ने हमेशा छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है। बता दें इस चुनाव में अभाविप के अलावा कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयुआई को भी बड़ा झटका लगा है।

Naveen Jindal: लोकसभा चुनाव से पहले काग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल बीजेपी में हुए शामिल