मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मुस्लिम वोटों के लालच में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। संगठन ने कहा कि कांग्रेस और बाकी की ये पार्टियां भारतीय लोकतंत्र के लिए अभिशाप हैं। नई दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में ‘मजहबी आरक्षण या मजहबी उन्माद की साजिश?’ टॉपिक के तहत आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक, मुख्य सरंक्षक एवं संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस, ममता बनर्जी, इंडी गठबंधन के अन्य दल और मुस्लिम आरक्षण के हिमायती मुस्लिम वोट खरीदने के लालच में देश में जहर बो रहे हैं। अगर आप गौर करें तो कांग्रेस अधिकतर मुस्लिम पक्ष में बात करता है लेकिन ये आरोप भी उसी समुदाय के व्यक्ति ने लगाए हैं तो इससे क्या प्रतीत होता है?
उलेमा, मुफ्ती, मुस्लिम बुद्धिजीवी, युवा, महिलाओं के साथ-साथ मुस्लिम फिरके से जुड़े लोगों की मौजूदगी में बोलते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस तरह के तुष्टीकरण के चक्कर में देश जुड़ेगा नहीं, बल्कि बंट जाएगा। उन्होंने कहा, कि ‘जवाहर लाल नेहरू सहित संविधान निर्माताओं ने भी धर्म के नाम पर आरक्षण का विरोध किया था क्योंकि सभी का यही मानना था कि धर्म के आधार पर राजनीति के कारण ही देश का विभाजन हुआ था। आजादी के बाद से कांग्रेस का रवैया संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने वाला रहा है। सन 1950 में स्वयं जवाहरलाल नेहरू ने संविधान को बांट दिया था।’ और अब कांग्रेस के ये नेता देश को बांटना चाह रहे हैं, लोगों को बांटना चाह रहे हैं।
इंदिरा ने दबा दिया लोकतंत्र का गला
इंद्रेश कुमार ने कहा कि नेहरू ने जम्मू कश्मीर को अलग संविधान और अलग नागरिकता देकर कांग्रेस ने संविधान और लोकतंत्र पर क्रूर प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘उसके विरुद्ध आंदोलन चला, अनेकों बलिदान हुए। हजारों राष्ट्रवादियों को जेल जाना पड़ा। आखिरकार 5 अगस्त 2019 को देश एक संविधान, एक झंडा और एक नागरिकता में बदला और यह सब कुछ संभव हुआ राष्ट्रवादी दल भाजपा, एनडीए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण। इंदिरा गांधी ने भी देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया था।’ वो एक ऐसा समय था जिसका आज तक विरोध होता आया है कि वो आपातकाल नहीं संविधान का बुरा वक्त था जिसकी वजह से बहुत से समर्थकों का विश्वास कांग्रेस पार्टी से उठ गया था।