India News(इंडिया न्यूज),EVM: लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 2 सीटों पर ईवीएम से छेड़छाड़ की शिकायतें मिली थीं। चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है। आयोग ने करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट के छह मतदान केंद्रों की ईवीएम की जांच कराने का फैसला लिया है। इन दोनों सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं।
आयोग ने हरियाणा के साथ-साथ कई अन्य राज्यों से मिली शिकायतों पर ईवीएम की जांच कराने का फैसला लिया है। करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट पर हुए चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवारों ने छेड़छाड़ की आशंका जताई थी। इस संबंध में आयोग से शिकायत भी की गई थी। करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा की ओर से चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया था। इसमें ईवीएम की जांच कराने की मांग की गई थी।
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महाराष्ट्र के 40 मतदान केंद्रों से मिली थीं शिकायतें
फरीदाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र प्रताप ने भी छेड़छाड़ की आशंका जताई थी। इस तरह करनाल में दो, पानीपत सिटी में दो और फरीदाबाद के बड़कल में दो मतदान केंद्रों पर ईवीएम की शिकायतें मिली थीं। इसके साथ ही अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशियों की शिकायत पर आंध्र प्रदेश के दो, छत्तीसगढ़ के चार, महाराष्ट्र के 40 और तमिलनाडु के 20 मतदान केंद्रों की ईवीएम की जांच की जाएगी।
करनाल सीट से सांसद चुने गए हैं खट्टर
करनाल सीट से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्टर ने जीत दर्ज की है। उन्हें 7 लाख 39 हजार 285 वोट मिले, कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को 5 लाख 6708 वोट मिले। इस तरह उन्होंने 2 लाख 32 हजार 577 वोटों से जीत दर्ज की है। फरीदाबाद सीट पर भी भाजपा ने कब्जा कर लिया है। भाजपा प्रत्याशी कृष्ण पाल ने कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह को 1 लाख 72 हजार 914 वोटों से हराया है।
ईवीएम में जली हुई मेमोरी की जांच की जाएगी- SC
ईवीएम मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि प्रत्याशियों के अनुरोध पर परिणाम घोषित होने के बाद इंजीनियरों की टीम द्वारा माइक्रोकंट्रोलर ईवीएम में जली हुई मेमोरी की जांच की जाएगी। ऐसा अनुरोध परिणाम घोषित होने के 7 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। सत्यापन का खर्च अनुरोध करने वाले प्रत्याशियों द्वारा वहन किया जाएगा। यदि ईवीएम में छेड़छाड़ पाई जाती है तो व्यय वापस कर दिया जाएगा।