India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha Election: ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने सोमवार को चार पीठासीन अधिकारियों और एक मतदान अधिकारी को निलंबित कर दिया, जिन पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप था। राज्य में चार लोकसभा क्षेत्रों और 28 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। उन्होंने इनमें से दो अधिकारियों को गिरफ्तार करने का भी निर्देश दिया।

सीईओ निकुंज बिहारी ढल, जिन्होंने अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं किया, ने कहा कि कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 129 के तहत की गई, जो चुनाव अधिकारियों को किसी भी तरह से मतदान को प्रभावित करने से रोकती है।

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पीठासीन अधिकारियों को किया निलंबित

ढल ने गंजाम जिले के कलेक्टर को छत्रपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दो पीठासीन अधिकारियों को निलंबित करने और गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। कलेक्टर को तीसरे पीठासीन अधिकारी को निलंबित करने का भी निर्देश दिया गया, जो गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में तैनात थे।

ढाल ने मीडिया से कहा, हम वेब-कास्टिंग रूम में स्थिति की निगरानी कर रहे थे और हमने जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया कि जहां भी हमें चुनाव अधिकारियों की ओर से किसी भी प्रकार की अनियमितता मिले, कार्रवाई करें। दो पीठासीन अधिकारियों के खिलाफ प्रथम दृष्टया सबूत मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

वोट देने के लिए प्रभावित करने का आरोप

अधिकारियों पर लोगों को एक विशेष राजनीतिक दल को वोट देने के लिए प्रभावित करने का आरोप है। गंजम के एसपी जगमोहन मीना ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस गिरफ्तारी के संबंध में कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, इस बीच, बूथों से लौटने वाले मतदान अधिकारियों से ईवीएम एकत्र करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सीईओ ढल ने यह भी निर्देश दिया है कि धरमगढ़ और चिकिटी विधानसभा क्षेत्रों में तैनात दो अन्य मतदान अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया जाए। इनमें से एक पीठासीन अधिकारी भी थे।

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