लखनऊ।(Controversy over Ramcharitmanas) रामचरितमानस की चौपाइयों पर टिप्पणी कर विवादों में आए समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya)ने सोमवार को अयोध्या के महंत राजूदास(Mahant Rajudas)का नाम लिए बगैर उन पर जोरदार पलटवार किया। दरअसल, महंत राजूदास ने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर काटने वाले को 21 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था। इसी ऐलान के बाद स्वामी प्रसाद ने अब यह पलटवार किया है। स्वामी प्रसाद ने इशारों-इशारो में ही अयोध्या के महंत के साथ ही बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री(Dhirendra Shastri of Bageshwar Dham)पर भी निशाना साधा है।
स्वामी प्रसाद ने क्या कहा?
स्वामी प्रसाद ने एक ट्वीट कर कहा कि- “हर असंभव कार्य को संभव करने का नौटंकी करने वाले एक धाम के बाबा की धूम मची है। आप कैसे बाबा हैं जो सबसे सशक्त पीठ के महंत होने के बावजूद सिर तन से जुदा करने का सुपारी दे रहे हैं, श्राप देकर भी तो भस्म कर सकते थे। 21 लाख ₹ भी बचता, असली चेहरा भी बेनकाब न होता।”
स्वामी प्रसाद के समर्थन में पूर्व डीजीपी
रामचरितमानस की चौपाइयों को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी मामले में अब पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह(Former DGP Sulkhan Singh)का भी बयान सामने आया है। सुलखान ने फेसबुक पर मौर्य के समर्थन में लिखा कि “स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर अभिजात्य वर्ग की प्रतिक्रिया ठीक नहीं है। मौर्य ने रामचरितमानस का अपमान नहीं किया है। मात्र कुछ अंशों पर आपत्ति जताई है। उन्हें इसका अधिकार है।”
स्वामी प्रसाद मौर्य अधर्मी, भाजपा से इतनी दिक्कत तो बेटी से भी दिलाएं त्यागपत्र-संजय निषाद
निषाद पार्टी के अध्यक्ष, बीजेपी के सहयोगी और योगी सरकार में मत्स्य मंत्री संजय निषाद(Sanjay Nishad) ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को अधर्मी बताया है। सोमवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में संजय निषाद ने कहा कि मौर्य ने रामचरितमानस पर ही नहीं, बल्कि राम भक्तों और मछुआरा समुदाय पर टिप्पणी की है। निषाद ने आगे कहा कि सिर्फ एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम और केवट निषाद के मिलने से रावण का नाश हुआ। उन्होंने मीडिया से ये भी कहा कि स्वामी प्रसाद की बेटी भाजपा से सांसद हैं। यदि उन्हें भाजपा से इतनी दिक्कत है तो वह अपनी बेटी से भी त्यागपत्र दिलवाएं।