India News (इंडिया न्यूज़), Madhya Pradesh, भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को साइकिल खरीदने के लिए एक क्लिक से 4.60 लाख छात्रों के बैंक खातों में 207 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। मुख्यमंत्री चौहान ने (Madhya Pradesh) बीएचईएल (बरखेड़ा) भोपाल में 81.12 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का भूमिपूजन भी किया।

  • 4500 रुएये प्रति छात्र
  • हमेशा छात्रों के साथ
  • विदेशों में पढ़ने वालों की फीस देंगे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम चौहान ने कहा, ”गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और देश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों तक पहुंच मिलनी चाहिए। उनमें प्रतिभा और अपार क्षमताएं हैं और इसलिए उन्हें अपने आसपास ही अच्छी शिक्षा के अवसर मिलने चाहिए। इसी उद्देश्य से राज्य सरकार ने सीएम राइज स्कूल की संकल्पना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार छात्रों को पढ़ाई जारी रखने में मदद के लिए हमेशा उनके साथ है।

राइज स्कूल बनाए जाएंगे

प्रदेश में बनने वाले सभी सीएम राइज स्कूलों में स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल का मैदान, खेल सुविधाओं के साथ-साथ स्विमिंग पूल की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। चौहान ने कहा, ”राज्य सरकार ने 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन, लड़के-लड़कियों को साइकिल, लैपटॉप देने की व्यवस्था की है।

हर छात्र को 4500 रुपये

साइकिल के लिए प्रति छात्र 4500 रुपये की दर से राशि दी गई। इस राशि से छात्र अपनी पसंद की साइकिल खरीद सकते हैं। इस पहल से बच्चों को स्कूल जाने में आसानी होगी और उन्हें पढ़ाई के लिए अधिक समय मिलेगा। इसी क्रम में 12वीं कक्षा की परीक्षा में अपने-अपने स्कूलों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 23 अगस्त को ई-स्कूटी देने का भी ऐलान सीएम की तरफ से किया गया।

फीस सरकार देगी

जो छात्र मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईएम, कानून की पढ़ाई करना चाहते हैं और उच्च शिक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में जाना चाहते हैं, उनकी फीस की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में कराने की व्यवस्था की गई है। धन की कमी के कारण कोई भी विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। सीएम ने कहा कि छात्र ही राज्य और देश को आगे ले जायेंगे।

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