मामला इंदौर के ग्राम बाक धार रोड का है, जहां बोरे में बंद महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने कुछ घंटों में ही मृत महिला की पहचान कर ली और फिर उसके पति को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पति ने पूछताछ में जो बताया, वह चौंकाने वाला था। मृतक के पति ने बताया कि अंतिम संस्कार के पैसे नहीं होने की वजह से महिला का शव 2 दिनों तक घर में ही पड़ा रहा, जिस वजह से बदबू आने लगी। बाद में उसने शव को बोरे में बंद करके फेंक दिया।
सरपंच के घर के बाहर फेंक आया शव
दरअसल इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के बैग ग्राम धार रोड पर पुलिस को सरपंच के घर के बाहर बोर में बंद एक महिला का शव बरामद हुआ। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हत्या की आशंका लगी तो उसने सीसीटीवी खंगालने शुरू किए। इसी दौरान पुलिस को पता लगा कि पास में ही रहने वाले मदन नरवले के घर से एक दिन पहले बदबू आ रही थी। पुलिस को शक हुआ तो उसने मदन को खोजना शुरू किया। मदन एक गार्डन में बैठकर फूट-फूटकर रो रहा था। पुलिस को देखते ही उसने कहा कि बंद बोरे में शव उसकी 57 साल की पत्नी आशा नरवले का है। आशा काफी दिनों से बीमार थी।
इलाज के नहीं थे पैसे
उसने कहा कि उसका घर टीन शेड का है, जिसकी वजह से भीषण गर्मी हो रही थी। ऐसे में आशा को सही उपचार नहीं मिल पाया क्योंकि पैसे नहीं थे। आखिर में आशा की मौत हो गई। उसके अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे इसलिए वह शव को बोरे में भरकर फेंक आया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इसके बाद ही मौत की सच्चाई पता लग सकेगी। मदन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच जारी है।