India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Vidhan Sabha Election Result : महाराष्ट्र में आज फैसले का दिन है। सभी नेता सासें थामकर चुनाव नतीजों पर टकटकी लगाए बैठे हैं। महायुति और महाविकास आघाडी एग्जिट (MVA) की जंग देश भर में सुर्खियां बटोर रही है। रिजल्ट से पहले एग्जिट पोल्स ने महायुति को खुशखबरी दी थी लेकिन ये अंदाजे कितने सही हैं इसका पता आ चल जाएगा। अब नतीजे चाहे जो आएं लेकिन सरकार किसकी बनेगी…ये बात पहले ही तय हो चुकी है और हम यहां कांग्रेस (Congress) या बीजेपी (BJP) की बात नहीं कर रहे हैं। इस बार भी वही होगा जो 1995 से होता आया है।
कौन बनाएगा सरकार?
दरअसल, महाराष्ट्र में 1995 से एक अगल ही प्रथा चली आ रही है, जो इस चुनाव में भी बरकार रहेगी। महाराष्ट्र में इस बार भी कोई एक पार्टी सरकार नहीं बना पाएगी। इस बार भी कुछ ऐसा ही होगा। यानी नतीजे आने से पहले ये बात तो साफ है कि सरकार गठबंधन ही बनाएगा। महायुति या फिर महाविकास अघाडी में से जीत किसी एक ही होगी और दोनों ही पार्टीज में 3-3 बड़े दल शामिल है। महायुति में CM एकनाथ शिंदे की ‘शिवसेना’, बीजेपी और पवार के नेतृत्व वाली NCP है। इसके अलावा MVA में कांग्रेस उद्धव की ठाकरे की शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी हैं।
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1995 का ट्रेंड कैसे रहेगा बरकरार?
इन चुनावों में बीजेपी ने सबसे ज्यादा (148 सीटों) प्रत्याशी खड़े किए हैं लेकिन फिर भी बहुमत को गठबंधन से ही मिलेगा। 101 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं लेकिन इस पार्टी को भी सहयोगी दलों का साथ चाहिए होगा। कुल मिलाकर 1995 में शुरु हुआ ट्रेंड महाराष्ट्र में इस बार भी बरकार रहेगा।
क्या है महाराष्ट्र का इतिहास?
1960 को महाराष्ट्र के गठन के बाद 1962 में जब चुनाव हुए तो कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई थी। महाराष्ट्र की राजनीति में 1990 तक कांग्रेस ही राज करती रही। इसके बाद इतिहास तब रचा गया जब 1995 के चुनाव में शिवसेना और बीजेपी ने गठबंधन का फैसला किया और कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। उस चुनाव के बाद शिवसेना के मनोहर जोशी मुख्यमंत्री बने और बीजेपी के गोपीनाथ मुंडे को डिप्टी सीएम की कुर्सी सौंपी गई थी।