India News (इंडिया न्यूज), Chhatrapati Shivaji Maharaj Statue Collapse: महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर राजनीति तेज हो गई है। महाविकास अघाड़ी दल के विरोध-प्रदर्शन पर एनसीपी नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार ने जवाबी हमला किया है। पवार ने एमवीए के नेताओं को सामने से चुनौती देते हुए कहा कि आप में दम है तो सामने आओ फिर दिखाता हूं, इस तरह चीटिंग क्यों कर रहे हो। 26 अगस्त को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की स्थापित प्रतिमा गिरने के बाद से राजनीति शुरू हो गई है।
पीएम मोदी समेत अन्य नेताओं ने मांगी माफी
प्रतिमा गिरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने माफी मांगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नै पालघर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिवाजी की प्रतिमा टूटने पर दुख व्यक्त किया और माफी भी मांगी।
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महाविकास अघाड़ी ने ‘जूते मारो प्रदर्शन’ चलाया
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, जरूरत पड़ी तो वो 100 बार शिवाजी महाराज के पैर छूने और माफी मांगने में संकोच नहीं करेंगे। इस दौरान, विपक्षी पार्टी का गठबंधन महाविकास अघाड़ी एकसाथ हो गया और दो दिन पहले से सरकार के खिलाफ ‘जूते मारो प्रदर्शन’ चलाया है। साउथ मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च किया गया। जिसमें उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले, नाना पटोले समेत एमवीए के कई नेता भी शामिल हुए। इसी बीच उद्धव ने पोस्टर पर चप्पल भी मारी।
अजित पवार का MVA पर जवाबी हमला
इस घटना पर अजित पवार का बयान सामने आया है। अजित ने बारामती में संगठित एक कार्यक्रम में कहा, कुछ लोगों ने हमारे खिलाफ जूते मारो प्रदर्शन किया। अजित ने देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और मेरे फोटो को चप्पल से मारा। ऐसे क्यों जूते मार रहे हैं? अगर आप में हिम्मत है तो सामने आओ फिर दिखाता हूं। ऐसे क्यों चीटिंग कर रहे हो?
अजित पवार ने माफी मांगी
अजित पवार ने बारामती में जन सम्मान यात्रा के कार्यक्रम को संबोधित किया था। डिप्टी सीएम ने कहा कि क्या कोई सरकार चाहेगी कि ऐसी घटना हो? अजित मे कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कोई नहीं चाहेगा कि किसी महान पुरुष की बनाई प्रतिमा गिरे। छत्रपति शिवाजी महाराज सबके पुज्य हैं। हमने राज्य की जनता से माफी भी मांगी है। इस घटना पर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है। इस मामले में जिससे भी गलती हुई है, उसका पता लगाया जाएगा।
26 अगस्त को गिरी थी प्रतिमा
असल में 26 अगस्त को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की स्थापित प्रतिमा गिर गई। यह मालवन तहसील में राजकोट किले पर स्थापित थी, जो 4 दिसंबर,2023 को नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित की गई थी। उनकी प्रतिमा गिर जाने पर सरकार ने सरकार ने सिघ्र एक्शन लिया और घटना होने पर माफी भी मांगी है