India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Leader of Opposition: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजें सामने आ चुके हैं। जहां बीजेपी के नेतृत्व में महायुति ने बंपर जीत हासिल की है। इसमें बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) तीनों ही पार्टियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया हैं। जिसमें बीजेपी को 132, शिवसेना (शिंदे) को 57 और एनसीपी (अजित) को 41 सीटें मिली हैं। इस तरह से महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीट में से 230 सीटें जीतकर महायुति ने इतिहास रच दिया है।
हालांकि, अब महा विकास अघाड़ी में शामिल कोई भी पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद के लिए योग्य नहीं है। दरअसल, विधानसभा की 288 सीटों में से 10 प्रतिशत यानी 29 सीटें पाने वाली पार्टी इस पद का दावा कर सकती है। हालांकि, एमवीए की कोई भी पार्टी अपने दम पर इतनी सीटें नहीं जीत पाई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (एसपी) ने 10 सीटें जीती हैं।
कई राज्यों में भी नहीं है विपक्ष का नेता
बता दें कि, विपक्षी गठबंधन अपनी जीती हुई सभी सीटों को जोड़कर जरूरी संख्या हासिल कर सकता है। हालांकि, नियमों के मुताबिक, विपक्ष के नेता के पद के लिए पार्टियों की संयुक्त सीटों पर विचार नहीं किया जाता है। इसलिए मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए 15वीं महाराष्ट्र विधानसभा 16वीं लोकसभा की तरह विपक्ष के नेता के बिना ही चल सकती है। दरअसल, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, मणिपुर, नागालैंड और सिक्किम राज्यों में कम से कम 10 प्रतिशत सीटों वाले विपक्षी दलों की कमी के कारण इस पद पर कोई नहीं है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन ने शानदार वापसी करते हुए महाराष्ट्र पर अपना कब्जा बरकरार रखा है।
शरद-उद्धव को लगा बड़ा झटका
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजें शरद पवार और उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा झटका हैं, क्योंकि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टियों में फूट पड़ गई थी। बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना जून 2022 में विभाजित हो गई जब एकनाथ शिंदे ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह किया और उनकी सरकार को गिरा दिया, जबकि पवार के भतीजे अजित पवार 2023 में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गए। तब से, गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। वहीं परिणामों के बाद, महाविकास अघाड़ी ने जीत को “ऐतिहासिक” बताया है। हालांकि, यह चर्चा का विषय है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।