India News (इंडिया न्यूज़), Maharashtra Politics Crisis, मुंबई: एनसीपी नेता अजित पवार और 8 विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए हैं। जिसे लेकर पार्टी के नेता जयंत पाटिल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “जो भी घटनाक्रम हुआ है, इसे लेकर हम पहले कानूनी राय लेंगे, इसके बाद कार्रवाई करेंगे।” जयंत पाटिल ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे के लिए अब यह बड़ी चिंता का विषय है। क्योंकि अब उनकी ताकत कम हो जाएगी।

जयंत पाटिल ने कहा, शरद पवार ने भी इसे लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। पूरी NCP शरद पवार के साथ ही रहेगी। पार्टी की मंजूरी के बिना कुछ लोग सरकार में शामिल हो गए हैं। पार्टी की मंजूरी के बिना और ये पार्टी के खिलाफ हुआ है। NCP नेता ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जो सियासी उथल-पुथल मची हुई है। उसके बाद शरद पवार से कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और स्टालिन फोन पर बातचीत की।

शरद पवार ने पार्टी का रुख किया स्पष्ट

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयंत पाटिल ने कहा, “अजित पवार ने आज राजभवन में विधायकों के साथ बैठक की और शपथ ली। हालांकि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी का रुख स्पष्ट कर दिया है। शपथ लेने वालों ने खुद फैसला लिया है। वे पार्टी की लाइन और विचारधारा के खिलाफ गए हैं। एक पार्टी नेता के रूप में मैं पुष्टि कर रहा हूं कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता और महाराष्ट्र के लोग आज जो हुआ उसकी आलोचना कर रहे हैं।”

5 जुलाई को शरद पवार ने बुलाई बैठक

NCP नेता ने कहा, “शपथ ग्रहण समारोह में जिन लोगों को बुलाया गया है, मुझे नहीं पता कि उन्होंने किन कागजों पर साइन किए। कुछ नेताओं ने शरद पवार को फोन किया और कुछ नेताओं ने मुझसे भी बात की। पार्टी के सभी लोग इस घटनाक्रम से अचंभित हैं।” जयंत पाटिल ने अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा, “शरद पवार ने 5 जुलाई को दोपहर 1 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में पवार साहब और अधिक स्पष्टता के साथ अपना पक्ष रखेंगे। हम सभी उनके साथ हैं और उनके रुख का समर्थन करेंगे।”

“कई विधायकों को नहीं पता किस कागजात पर हस्ताक्षर किए”

जयंत पाटिल ने आगे कहा, “शपथ लेने वाले सिर्फ 9 लोग ही उनके साथ हैं। बाकी लोग अभी भी हमारे साथ हैं। इस घटनाक्रम के बाद कई लोगों ने मुझसे और शरद पवार से संपर्क किया है हमें बताया गया है कि कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं। मेरी जानकारी में वहां गए लोगों के लिए बहुत सी चीजों का वादा किया गया है। मैंने जितेन्द्र आव्हाड को पार्टी का सचेतक चुना है। कई विधायक अभी भी हमारे संपर्क में हैं। अगर उन्होंने किसी चीज़ पर साइन किए हैं तो मैं उन्हें दोष नहीं देता। कई विधायकों ने मुझसे कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि उन्होंने किस कागजात पर हस्ताक्षर किए हैं।”