India News (इंडिया न्यूज), Mahmood Madani: जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने हाल ही में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसके बाद बवाल मच गया है। इसे लेकर न सिर्फ बयानबाजी का दौर चल रहा है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहस शुरू हो गई है। ओवैसी पर महमूद मदनी के बयान को लेकर भारत के मुसलमान दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं। एक खेमा ओवैसी के समर्थन में खड़ा होकर महमूद मदनी की विचारधारा पर सवाल उठाने लगा है। इस पक्ष में मुस्लिम लीग और दारुल उलूम जैसे बड़े मुस्लिम संगठन भी शामिल हैं।
महमूद मदनी के इस बयान से मचा बवाल
ओवैसी की सभाओं में भीड़ से जुड़े सवाल पर मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि, दूसरी तरफ के लोग भी ऐसी ही बातें करते हैं, उन्हें सुनने के लिए भी भीड़ जुटती है। यह पागलों का जमावड़ा है, जनता में हमेशा पागल लोग होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि, ओवैसी यूपी में चुनाव लड़ने आए थे, उन्हें कितने प्रतिशत वोट मिले? उन्हें कोई वोट नहीं मिला। लोग उन्हें अपना नेता नहीं मानते। उन्हें बोलने का मौका मिला है, वे उसका फायदा उठाते हैं। हाल ही में उन्होंने तेलंगाना में चुनाव लड़ा, बहुत धूमधाम से। हैदराबाद को छोड़कर उन्हें कहीं वोट नहीं मिले। हम लंबे समय से कह रहे हैं कि उन्हें वहीं रहना चाहिए, वे सुनते नहीं। वे अनुचित बयान देते हैं। उनके कई बयान सुनने लायक नहीं होते।
‘महमूद मदनी एक एजेंसी के लिए काम कर रहे हैं’
ओवैसी को लेकर जमीयत प्रमुख मदनी के इस बयान के बाद कई मुस्लिम नेता और संगठन खुलकर उनके खिलाफ आ गए। मुस्लिम लीग के सचिव कौसर हयात खान ने कहा कि, उनके बयानों को सुनकर ऐसा लगता है कि वे किसी एजेंसी के लिए काम कर रहे हैं। मुसलमानों के साथ क्या हो रहा, मस्जिद और मदरसे सुरक्षित नहीं हैं। उनकी जान-माल से खिलवाड़ किया जा रहा है। इन सब मामलों में उनकी कोई राय नहीं है। उनका पूरा ध्यान इस बात पर है कि मुसलमानों को परेशानी में डाला जाए और वे कोई प्रतिक्रिया न दें। सरकार जो कर रही है, उसे करते रहना चाहिए और मुसलमानों को इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए। वे मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि किसी एजेंसी के लिए काम कर रहे हैं।
MP News: विधायक मधु वर्मा की बायपास सर्जरी, पहले से बेहतर स्थिति
दारुल उलूम ने भी ओवैसी पर मदनी के बयान से खुद को अलग कर लिया। दारुल उलूम देवबंद के प्रमुख मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि मदनी के बयान पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई है। उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं पता कि यह क्लिप किसी पुराने इंटरव्यू की है या नहीं। लेकिन मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं। वह किसी भी विषय पर अपनी राय रख सकते हैं, लेकिन इसके लिए एक तरीका होता है।
भारत में मुसलमानों के लिए बोलने वाला कोई नहीं
ओवैसी को लेकर मदनी के बयान पर AIMIM विधायक मुफ्ती इस्माइल ने कहा कि, ओवैसी साहब के बारे में उन्होंने जो कुछ भी कहा, वह सही नहीं है। आज भारत में मुसलमानों के लिए बोलने वाला कोई नहीं है। मौलाना मदनी साहब भी ओवैसी की तरह नहीं बोलते। लेकिन उन्होंने जो कदम उठाया है, वह सही नहीं है। उनकी नासमझी की वजह से जमीयत दो धड़ों में बंट गई है। इसके साथ ही मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सिराज खान ने कहा, इस तरह के बयान देने के लिए ये हालात नहीं हैं। एक तरफ वक्फ को लेकर चर्चा हो रही है। आज सभी मुस्लिम धड़े एकजुट हो रहे हैं, ऐसे समय में उन्हें बयान नहीं देना चाहिए। दूसरी बात ओवैसी की पार्टी संघर्ष कर रही है। महाराष्ट्र में चुनाव नजदीक हैं। आज कोई भी उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार नहीं है।